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नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने गैस पर मिलने वाली सब्सिडी पर रोक लगा दी है। खबरों की मानें तो सरकार ने मई महीने से ही सब्सिडी खत्म कर दिया है। हालांकि सरकार ने यह फैसला क्यों लिया है। इस पर अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने ट्वीट के जरिए बताया है कि सरकार ने मई महीने के बाद सब्सिडी खत्म करने का फैसला किया है। गैस सिलेंडर का बाजार मूल्य यानि बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत कम हो गई है। इस बीच सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमतों में इजाफा हुआ है। ऐसे में दोनों सिलेंडरों के बीच कीमतों का अंतर लगभग खत्म हो गया है। ऐसे में सिलेंडर पर सब्सिडी देना बंद कर दिया है।
जानकारों की मानें तो दिल्ली में पिछले वर्ष जुलाई में 14.2 किलोग्राम वाले गैस सिलेंडर का मार्केट रेट यानी बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर का मूल्य 637 रुपये था जो अब घटकर 594 रुपये रह गया है। ठीक इसके उल्ट सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत में 100 रुपए का इजाफा हुआ है। मतलब 494.35 रुपये में मिलने वाले सिलेंडर की कीमत बढ़कर 594 रुपये हो गई है। ऐसे में सब्सिडी में मिलने वाले सिलेंडर और बाजार मूल्य से मिलने वाले सिलेंडर की कीमत बराबर है। ऐसे में सब्सिडी देने का मतलब ही नहीं है।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत करीब 8 करोड़ लोगों को गैस सिलेंडर सब्सिडी का लाभ मिलता है। खबरों की मानें तो महानगरों में सब्सिडी लगभग खत्म हो गई है। परन्तु दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले लाभार्थियों को 20 रुपये तक की सब्सिडी दी जा रही है। ये पैसा भी ट्रांसपोर्ट लागत की वजह से मिलता है। बता दें कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2019-20 में 34,085 करोड़ रुपये एलपीजी सब्सिडी के लिए आवंटित किया था। वर्ष 2020-21 के लिए इस मद में लगभग 3725621 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
वहीं सरकार ने पिछले अप्रैल माह से लगातार राशन फ्री किया है तो आपको सब्सिडी तो देनी ही होगी, क्योंकि राशन सबको नहीं मिला है लेकिन सब्सिडी सबकी खत्म हुई है। इसमें सोचने के बात नहीं है ये कदम देश हित में उठाया गया है।