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डॉलर के मुक़ाबले रुपया धड़ाम, 70.82 रुपये का हुआ एक डॉलर, मनमोहनसिंह या नेहरु जिम्मेदार कौन?
डॉलर के मुक़ाबले रुपया फिर गिरा है। रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। एक डॉलर 70 रुपये 82 पैसे का हो गया है। अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में रुपये के टूटने का सिलसिला आज भी जारी रहा। गुरुवार को शुरुआती कारोबार में रुपया डॉलर के मुकाबले 23 पैसे की गिरावट के साथ 70.82 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया। माह अंत की डॉलर मांग तथा विदेशी कोषों की निकासी से रुपये में गिरावट आई।
हालांकि, शुरू में रुपया बुधवार को बंद स्तर 70.59 प्रति डॉलर की तुलना में कुछ मजबूती के साथ 70.57 प्रति डॉलर पर खुला। लेकिन जल्द ही यह नए रिकॉर्ड निचले स्तर 70.82 प्रति डॉलर पर आ गया। फॉरेक्स डीलरों ने कहा कि आयातकों तथा तेल रिफाइनरी कंपनियों की डॉलर मांग तथा विदेशी कोषों द्वारा पूंजी निकालने से रुपया दबाव में आ गया। इसके अलावा विदेशी बाजारों में अन्य मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती से भी रुपये की धारणा प्रभावित हुई।
आपको बता दें कि आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के अब तक के न्यूनतम स्तर पर पहुंचने के लिये 'बाहरी कारणों' को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि जबतक अन्य मुद्राओं के अनुरूप घरेलू रुपये में गिरावट होती है, इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि यहां तक रुपया 80 रुपये प्रति डालर तक चला जाता है और अगर दूसरी मुद्राओं में भी गिरावट इसी स्तर पर रहती है तो भी कोई "गंभीर चीज" नहीं है।