- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
पहली बार डॉलर का भाव हुआ 72 रुपए के पार, इन चीजों के महंगा होने की बढ़ी आशंका
नई दिल्ली : भारतीय करेंसी रुपए की गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है, गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपए ने गिरावट का नया रिकॉर्ड बनाया है। डॉलर के मुकाबले रुपया 34 पैसे घटकर 72.09 के नए निचले स्तर तक लुढ़क गया जो इसका अबतक का सबसे निचला स्तर है। रुपए की इस कमजोरी की वजह से महंगाई बढ़ने की आशंका बढ़ गई है।
कमजोर रुपए की वजह से देश में पेट्रोल और डीजल पहले ही महंगे मिल रहे हैं और अब रुपया और भी कमजोर हो गया है जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और भी ज्यादा इजाफा होने की आशंका बढ़ गई है। देश में पेट्रोल और डीजल की खपत को पूरा करने के लिए डॉलर देकर विदेशों से कच्चा तेल खरीदा जाता है और डॉलर खरीदने के लिए अब ज्यादा रुपए चुकाने पड़ रहे हैं ऐसे में पेट्रोल और डीजल की महंगाई बढ़ने की आशंका मजबूत हो गई है।
रुपए की कमजोरी से सिर्फ पेट्रोल और डीजल ही महंगे नहीं हो रहे हैं बल्कि देश में आयात होने वाली तमाम वस्तुओं की लागत बढ़ गई है जिससे उनके महंगा होने की आशंका भी जताई जा रही है। पेट्रोलियम उत्पादों के बाद देश में सबसे ज्यादा आयात इलेक्ट्रोनिक्स के सामान का होता है और रुपया कमजोर होने की वजह से आयात होने वाले इलेक्ट्रोनिक्स के तमाम प्रोडक्ट यानि आयातित मोबाइल और टेलिविजन के दाम बढ़ने की आशंका बढ़ गई है।
देश में ज्यादा आयात होने वाले उत्पादों में खाने का तेल, कोयला, कैमिकल, महंगे रत्न, स्टील, इलेक्ट्रिकल मशीनें, ट्रांस्पोर्ट का सामान और प्लास्टिक का समान प्रमुख हैं और रुपए के सस्ता होने की वजह से इन तमाम वस्तुओं के महंगा होने की आशंका बढ़ गई है। इन सबके अलावा विदेश यात्रा, विदेश में पढ़ाई और विदेश से ली जाने वाली हर उस सेवा के लिए भी ज्यादा कीमत लगेगी जिसका भुगतान डॉलर में करना पड़ता है।