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ध्वस्त हो गया शेयर बाजार, सेंसेक्स 2932 अंक लुढ़का, लोअर सर्किट के बाद कारोबार 45 मिनट के लिए रोका गया
नई दिल्ली : काेरोनावायरस फैलने के भय से देश के बाजारों में आ रही तेज गिरावट के कारण बाजार में लोअर सर्किट लगा दिया गया है। बीएसई 10% या 2991.85 अंक नीचे गिरकर 26,924.11 पर पहुंच गया है। इसी तरह, निफ्टी 9.63% या 842.45 पॉइंट नीचे 7,903 पर पहुंच गया है। बाजार 10.57 बजे दोबारा खुलेगा। इससे पहले, 13 मार्च को भी बाजार में लोअर सर्किट लगा था। हालांकि, उस दिन रिकवरी भी हो गई थी।
जुलाई 2001 की सेबी की गाइडलाइन के बाद सर्किट की शुरुआत हुई थी। भारतीय शेयर बाजार में अचानक आए बड़े उतार-चढ़ाव को थामने करने के लिए सर्किट लगाया जाता है। ये दो तरह के होते हैं। अपर सर्किट और लोअर सर्किट। अपर सर्किट तब लगाया जाता है, जब बाजार एक तय सीमा से ज्यादा बढ़ जाता है। और जब उसी सीमा से ज्यादा घटता है तो लोअर सर्किट का इस्तेमाल किया जाता है। सेबी ने सर्किट के लिए तीन ट्रिगर लिमिट 10%, 15% और 20% तय की हैं। यानी उस वक्त बाजार जितने पर है, उसका 10%, 15% और 20% घटने-बढ़ने पर सर्किट लगता है। शुक्रवार को बाजार में तेज गिरावट के बाद सेंसेक्स में लोअर सर्किट लगाया था।
जब दोपहर 1 बजे से पहले शेयर बाजार 10% तक गिर या चढ़ जाए तो ट्रेडिंग 45 मिनट के लिए रोक दी जाती है।
अगर 1 बजे के बाद 10% उतार-चढ़ाव होता है तो कारोबार को केवल 15 मिनट के लिए रोका जाता है।
अगर दोपहर 1 बजे से पहले शेयर बाजार में 15% उतार-चढ़ाव आए तो ट्रेडिंग 1 घंटे 45 मिनट के लिए रोक दी जाती है।
अगर ट्रेडिंग के दौरान किसी भी वक्त शेयर बाजार में 20% का उतार-चढ़ाव आता है तो बचे हुए दिन के लिए ट्रेडिंग बंद कर दी जाती है।
10 दिन में दूसरी बार सेंसेक्स में लोअर सर्किट लगा
सबसे पहला मौका 21 दिसंबर 1990 में आया था, जब सेंसेक्स में 16.19% की गिरावट दर्ज की गई थी। इस गिरावट के बाद शेयर बाजार 1034.96 के स्तर पर पहुंच गया था।
सेंसेक्स में दूसरी सबसे बड़ी गिरावट 28 अप्रैल 1992 में आई थी। तब सेंसेक्स में 12.77% की गिरावट दर्ज की गई थी। उस दिन शेयर बाजार 3896.90 के स्तर पर बंद हुआ था।
तीसरा मौका था 17 मई 2004 में आया, जब शेयर बाजार में 11.14% की गिरावट दर्ज की गई। तब शेयर बाजार 4505.16 के स्तर पर जाकर बंद हुआ था।
24 अक्टूबर 2008 को सेंसेक्स में 10.96% की गिरावट दर्ज की गई थी। उस दिन शेयर बाजार 8701.07 के स्तर पर बंद हुआ था।
13 मार्च 2020 को भी 10% की गिरावट के कारण सर्किट लगा था, लेकिन बाद के कारोबार में सेंसेक्स सुधार आ गया था। उस दिन सेंसेक्स 34,103.48 पॉइंट पर बंद हुआ था।
रुपया पहली बार 76 के नीचे फिसला
डॉलर के मुकाबले रुपया 75.69 पर खुला और कुछ ही देर में 76 के नीचे फिसल गया। यह अब तक का सबसे निचला स्तर है।