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पेट्रोल डीजल की बढती कीमतों से देश में मचा हाहाकार, लगता अब थक चुकी है मोदी सरकार!
बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों की कहर आम लोगों पर जारी है. आज लगातार 11वें दिन कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई. नई दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में 16 और डीजल की कीमतों में 19 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई. इसी के साथ शहर में पेट्रोल की कीमत 79 रुपये 31 पैसे और डीजल की कीमत 71 रुपये 34 पैसे प्रति लीटर की दर पर पहुंच गई है.
वहीं कोलकाता, चेन्नई और मुंबई में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई. आर्थिक राजधानी मुंबई में एक लीटर पेट्रोल 86 रुपये 72 पैसे प्रति लीटर और डीजल 75 रुपये 74 पैसे प्रति लीटर की दर से बिक रहा है.
तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमत में 16 पैसे और डीजल की कीमत में 20 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है. आपको बता दें कि डीजल की कीमतों में वृद्धि के कारण महंगाई बढ़ सकती है, क्योंकि खाद्य और कृषि उत्पादों के परिवहन के लिए वाहनों में डीजल ही इस्तेमाल होता है.
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल बढ़ती तेल की कीमतों को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर है और इसे जीएसटी के दायरे में लाने की मांग कर रही है. पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि केंद्र और राज्यों को एक साथ मिलकर पेट्रोल और डीजल को जल्द वस्तु औप सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाने का काम करना चाहिए. पूर्व वित्तमंत्री का बयान पेट्रोल और डीजल की कीमतों में रोज ऊंचाई का नया रिकॉर्ड बनने के बाद आया है.
स्थानीय स्तर पर लोंगों में बातचीत करने पर पता चला कि जनता सरकार से नाराज है. जनता कहने लगी है कि अब केंद्र में बैठी सरकार थक चुकी है. डॉलर की कीमतों में इजाफा और डीजल पेट्रोल पर महंगाई व रोजगार जीरो अब अच्छे दिन का नारा भूल चुकी सरकार अब कुछ भीं बोलने वाली है. सिर्फ यह कहना चाहती है हमें वोट देकर एक और मौका दो ताकि हम ये सब फिर से करें और भुखमरी से मरें.