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Archived
मालिनी अवस्थी की छवि को सोशल मीडिया पर तार-तार करने की साजिश
विकास मिश्र
29 Sep 2017 10:05 AM GMT
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मालिनी अवस्थी Malini Awasthi अरसे से जिन लोगों के निशाने पर थीं, उन लोगों ने उनकी छवि को तार-तार करने की साजिश कर डाली। मैं दोपहर से ही फेसबुक पर कई ऐसी पोस्ट देख रहा था, जिनमें बताया जा रहा था कि मालिनी अवस्थी ने एक कार्यक्रम में बीएचयू की बेटियों पर लाठीचार्ज का समर्थन कर दिया है। मैंने भी पढ़ा तो अवाक रह गया, चुप इस नाते था कि अगर मालिनी अवस्थी ने ऐसा कहा है तो गलत किया है, सच का इंतजार कर रहा था। अब मालिनी जी की सफाई आ चुकी है। उनका दावा है कि उन्होंने एक भी शब्द इस तरह का नहीं कहा है। इसका कोई भी ऑडियो या वीडियो प्रमाण नहीं है। अखबारों की कवरेज में भी ये बात नहीं है, तो फिर ये खुराफात किसने की?
एक गलत बात फैलाई गई। साजिश के तहत मालिनी अवस्थी को इस फोरम पर ट्रोल किया गया। उनके गायन पर भौंड़े कमेंट किए गए, उन्हें पद्मश्री मिलने पर अरण्यगीत गाए गए। माफ कीजिएगा, मालिनी अवस्थी ने लोकगीतों की परंपरा को एक नया जीवन दिया है, इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता। पद्मश्री अगर मिला है तो उसके पीछे उनकी गायिकी की दो दशक की तपस्या भी शामिल है। देश-विदेश में उन्होंने लोक गायन में देश-प्रदेश का मान बढ़ाया है।
कुछ लोगों ने उनके पति अवनीश अवस्थी को भी इस विवाद में घसीटा है। उन्हें शायद जानकारी नहीं है कि अवनीश अवस्थी यूपी के ही नहीं, पूरे देश के सबसे कर्मठ आईएएस अफसरों में गिने जाते हैं। उनके बारे में मैंने एक पोस्ट भी लिखी थी। सरकार किसी की भी हो, सबको तेज तर्रार अफसर की जरूरत होती है। यूपीए सरकार हो या मोदी सरकार। यूपी में मायावती सरकार हो या अखिलेश यादव सरकार। अवनीश अवस्थी को हर सरकार ने पलकों पर बिठाकर रखा। डेप्युटेशन पर केंद्र सरकार में गए थे तो योगी आदित्यनाथ उन्हें मोदी से मांगकर यूपी लाए हैं।
आज के दौर में निशाने पर आए किसी भी शख्सियत की तरफदारी करना बहुत खतरनाक है, लेकिन मैं ये खतरा मोल ले रहा हूं। वजह ये नहीं कि मालिनी जी से हमारे पारिवारिक रिश्ते हैं, वजह ये है कि एक झूठ को प्रचारित करके सच बनाने की साजिश हो रही है। इस साजिश के खिलाफ लिखने पर अगर गालियां पड़ती हैं तो उनका भी स्वागत है। मालिनी अवस्थी हमारे प्रदेश की मान हैं, गौरव हैं, इस गौरव पर बेवजह आंच आए तो हम उसे आने नहीं देंगे।
विकास मिश्र
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