- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- हमसे जुड़ें
- /
- *जीवन में परिणय हो...
हमसे जुड़ें
*जीवन में परिणय हो विरह मिलन का* *************************************
Desk Editor
3 July 2021 1:28 PM IST
x
एक सुअवसर ऐसा भी आए, प्यास तृप्त हो जन जन का...
एक सुअवसर ऐसा भी आए,
प्यास तृप्त हो जन जन का।
मानव जीवन दुर्लभ बेदी पर,
परिणय हो विरह मिलन का।
प्रेम सूत्र में दोनों ही बंध जाएं,
कल्पना ये सफल हो मन का।
सुख दुःख दोनों नाच दिखायें,
यह खेल है आँख का मन का।
कभी अमावस की रातें काली,
कभी हर्ष बढ़े दिन में मन का।
शाम हो ये सुनहरी एवं सुहानी,
खिले पूर्णिमा चाँद आँगन का।
कभी सुबह की स्वर्णिम आभा,
देख हरे हर पीड़ा यह तन का।
धूप-छाँव की ये आँख मिचोली,
करे प्रफुल्लित तृण-2 मन का।
विरह वेदना रग रग में व्यापित,
सुखमय मिलन संतृप्त मन का।
सुख दुःख धूप छाँव आते जाते,
बीते ऐसा शुभ शुभ जीवन का।
रचियता :
*डॉ.विनय कुमार श्रीवास्तव*
वरिष्ठ प्रवक्ता-पी बी कालेज,प्रतापगढ़ सिटी,उ.प्र.
इंटरनेशनल चीफ एग्जीक्यूटिव कोऑर्डिनेटर
2021-22,एलायन्स क्लब्स इंटरनेशनल,प.बंगाल
Next Story