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बाबर का असली नाम था बाबू भाई मोदी, हुमायू था हिम्मत भाई मोदी, देखिए बड़ा खुलासा
चौंकिए नहीं गुजरात के उर्विश कोठारी ने दावा किया है कि मुगल वास्तव में मुगल थे ही नहीं। उन्होंने वामपंथी इतिहासकारों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने देश का इतिहास बदलने की कोशिश की है।
उर्विश कोठारी ने एक वीडियो जारी कर ट्वीट करते हुए इतिहासकारों को चुनौती दी है कि वे बताएं कि बाबर का सरनेम क्या था? या फिर हुमायूं और अकबर का सरनेम क्या था?
उर्विश कोठारी खुद ही अपने सवाल का जवाब देते हैं कि बाबर का सरनेम 'मोदी' था। बाबर का पूरा नाम था- बाबू भाई मोदी। इस तरह जिन्हें हम मुगल कहते हैं वे वास्तव में मुगल नहीं थे।
बाबर ने अपने बेटे का नाम हिम्मत भाई मोदी रखा। लेफ्ट वालों ने इसे बदलकर हुमायूं कर दिया। हुमायूं का लड़का हुआ अक्षय भाई मोदी, जिन्हें आप अकबर के नाम से जानते हैं। अकबर के बेटे का नाम जयेंद्र भाई मोदी था।
अब जयेंद्र भाई मोदी के बेटे की इच्छा हुई कि वह अपने सरनेम में बदलाव करे। उन्होंने सरनेम बदल कर शाह कर लिया। अब उनके साथी उन्हें शाह भाई, शाह भाई कहने लगे। एक चाटुकार ने उन्हें कहा- शाह है जहां मैं हूं वहां। शाह को अपना नया नाम सूझ गया। उन्हें शाहजहां पसंद आ गया। तब से जहांगीर का बेटा शाहजहां हो गया।
उर्विश कोठारी ने वीडियो के आखिरी में कहा है कि अगर आप पूछते हैं कि इतिहास के नाम पर क्या मजाक बना रखा है तो मेरा यही कहना है कि शुरुआत किसने की थी? पूरा वीडियो देखने के लिए देखें यह ट्वीट।
Forget Taj Mahal. Do you know these things about the Mughals?
— Urvish Kothari ~ उर्वीश कोठारी (@urvish2020) May 12, 2022
ताज महाल को छोडिए। यह रही मुघलों की 'असलियत'।@GujaratiFunda
चैनलः https://t.co/IsNGI9lo7q pic.twitter.com/Lpe2mktV7p