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उत्तर प्रदेश के झांसी में ईसाई नन्स के साथ अभद्र व्यवहार

Shiv Kumar Mishra
25 March 2021 5:52 AM GMT
उत्तर प्रदेश के झांसी में ईसाई नन्स के साथ अभद्र व्यवहार
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पंकज चतुर्वेदी

उत्तर प्रदेश के झांसी में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ईसाई नन्स के साथ अभद्र व्यवहार किया, उनसे अवैध तरीके से पूछताछ की और उन्हें ट्रेन से उतार दिया। चूंकि नन्स केरल की है और वे सीरियन क्रिश्चियन समुदाय से है सो अब यह चुनावी मुद्दा बन गया है। केरल के मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री को खत लिखा तो राहुल गांधी भी इस मसले पर आक्रामक हैं।

गक्त दिनोंउत्कल एक्सप्रेस में सफर कर रही ननों पर ट्रेन में सवार बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने झांसी में हमला कर दिया। इस घटना की सिरो- मालाबार चर्च ने निंदा की और ऐसे आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

बताते हैं कि 19 मार्च को गाड़ी संख्या 08478 उत्कल एक्सप्रेस के कोच नंबर बी-2 में दो महिला व दो लड़कियां सफर कर रही थी। तभी अफवाह उड़ा दी कि दो महिला यात्रियों द्वारा दो लड़कियों को जबरन धर्म परिवर्तन कराने हेतु ले जाया जा रहा है। बजरंग दल के लोग गुंडई करते रहे। इस सूचना पर जीआरपी और आरपीएफ सक्रिय हो गई। जैसे ही ट्रेन झाँसी रेलवे स्टेशन पर आकर खड़ी हुई तो कोच में सवार महिला रेलयात्रियों व लड़कियों को नीचे उतार दिया गया।

महिला रेलयात्रियों के नाम लिबिया थामस (29) निवासी शंकर गार्डन विकासपुरी थाना नजफगढ़ विकासपुरी पश्चिम दिल्ली व हेमलता (27) लिया निवासी पश्चिम दिल्ली बताया।

जबकि लड़कियों के नाम श्वेता एका (19) पुत्री हनुमान एका निवासी गोइलो थाना वृहमनी तरंग जिला सुंदरगढ़ उड़ीसा व दूसरी का नाम प्रीति टिग्गा (19) पुत्री फैदर टिग्गा निवासी शिलपुंजी चंडीपोस थाना गुरोदिया जिला सुंदरगढ़ उड़ीसा बताया। चारों को जीआरपी थाना लाया गया। बाद में पूछताछ करने के बाद उनको अगली ट्रेन से जाने दिया गया।

सिरो-मालाबार चर्च , केरल ने झाँसी में हुई घटना की निंदा की है जिसमें ईसाई महिलाओं पर बजरंग दल के सदस्यों द्वारा हमला किया गया। पोस्टुलेटर्स, जो हाल ही में दिल्ली प्रांत के सेक्रेड हार्ट्स कॉन्ग्रेशन में शामिल हुए थे, पहली बार अपने उड़ीसा अपने घरों जा रही थी । दो पोस्टुलेंट के साथ दो नन थीं।

ऋषिकेश से सवार बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन में हंगामा किया जिससे महिलाएं डर गईं। लगभग 150 बजरंग दल के कार्यकर्ता सूचना पर रेलवे स्टेशन पर इकट्ठे हुए थे। इस मामले को गृह मंत्रालय ने गंभीरता से लिया है। शासन स्तर से जीआरपी मुख्यालय से उक्त मामले में जानकारी ली जा रही है।

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