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महंत नरेंद्र गिरि सुसाइड मामला : यह सवाल तो उठता ही है कि महंतों का इस दुनिया में धन, स्त्री, जमीन का क्या काम?
- निर्मला भरोदिया
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध स्थितियों में मृत्यु हो गई। उन्होंने आत्महत्या की या फिर हत्या हुई है ये सवाल भी उठ रहे हैं। किसी महिला के साथ झूठी- सच्ची तस्वीर को लेकर ब्लैकमेल, शिष्य के साथ जमीन की लड़ाई आदि बातें उठ रही है। इन सब बातों पर सरकार ने जांच का वादा किया है। मगर यह सवाल तो उठता ही है कि महंतों इस दुनिया में धन, स्त्री, जमीन का क्या काम? इस परिप्रेक्ष्य में मुझे एक किताब ध्यान आई जिसे मैंने तकरीबन 4 महीने पहले पढ़ा था। मुझे लग रहा है उपरोक्त घटना के संदर्भ में इस किताब का जिक्र करना सामयिक होगा।
धीरेंद्र के. झा ने एक किताब लिखी है Ascetic Games. यह किताब ,Westland publication की शाखा Context से 2019 में आई है। लेखक ने पूरे एक दशक तक उत्तर भारत में फैले मठों और महंतों की रहस्यमई दुनिया को भेदकर जानकारियां जुटाई है और बताया है कि कैसे इन मठों में आध्यात्म की दुनिया सिकुड़ती गई और पैसा, पावर, मर्डर के खेल में फंस गई।