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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वैश्विक मंच पर बढ़ती लोकप्रियता
"सत्यपाल सिंह कौशिक"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता पूरे भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में बढ़ी है और इसका ताजा उदाहरण है द मॉर्निंग कंसल्ट का सर्वे। 2014 में जबसे मोदी ने सत्ता संभाली है तबसे मोदी की लोकप्रियता में लगातार वृद्धि हुई है। अपने नेतृत्व में 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव और कई राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने अप्रत्याशित जीत अगर दर्ज की तो उसमें मोदी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। अगर देश के लगभग आधा से ज्यादा राज्यों में भाजपा की या भाजपा समर्थित दलों की सरकार है तो इसमें मोदी की भूमिका रही है, क्योंकि किसी भी राज्य का चुनाव हो तो उस चुनाव में मोदी का ही चेहरा भाजपा आगे रखती है।
एक कहावत भी है कि जिसकी अपने घर में इज्जत होती है, उसी को बाहर भी सम्मान मिलता है। मोदी की कार्यशैली और नीतियां आज भारत में सफल हैं, जिस कारण वे यहाँ लोकप्रिय हैं और यही कारण है कि विश्व में भी मोदी की लोकप्रियता का विस्तार लगातार होता जा रहा है।
सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी जैसे बड़े निर्णय लेने और उन्हें क्रियान्वित कराने के कारण उन्होंने खुद को एक मजबूत नेता के रूप में सिद्ध किया है। पाकिस्तान, चीन जैसे संदिग्ध पड़ोसियों से आवश्यकतानुसार सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर निपटना भी उनके मजबूत और कुशल नेतृत्व का ही परिचायक है। नेपाल के साथ खराब होते संबंधों को अपने कुशल रणनीति के द्वारा मधुर बनाना मोदी की ही देन है। उज्ज्वला योजना, जनधन योजना , पहल योजना, मेक इन इंडिया योजना, स्किल इंडिया योजना, हर घर तिरंगा अभियान आदि योजनाओं और अभियान के माध्यम से अपनी रचनात्मक और दूरदर्शी शासन क्षमता का प्रभाव भी उन्होंने देश के सामने रखा है। ऐसे ही तमाम क़दमों ने उनकी लोकप्रियता में निरंतर वृद्धि का कार्य किया है। विश्व समुदाय भी इन बातों को देखा और समझा है, उसे भी मोदी की इन क्षमताओं का अंदाजा है। यही कारण है कि उनकी लोकप्रियता का डंका भारत ही नहीं, वैश्विक स्तर पर बजने लगा है। अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व और कृतित्व का प्रभाव निरंतर बढ़ रहा है और विश्व के लगभग सभी देश प्रधानमंत्री व भारत की ओर आशा की दृष्टि से देख रहे हैं। कोरोना महामारी की लड़ाई से असहाय हुए विश्व में अर्थ व्यवस्थाओं में मंदी और उसके करण उपजी नागरिक समस्याओं के साथ साथ रूस- यूक्रेन युद्ध सहित कई अन्य कारणों से तनाव व्याप्त है। किसी भी समय, किसी भी देश की एक गलती से धरती का बड़ा भाग परमाणु विध्वंस की चपेट में आ सकता है किन्तु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भारत की वर्तमान कूटनीति ने स्थितियों को बिगड़ने से बचा रखा है।
अब मॉर्निंग कंसल्ट सर्वे की रिपोर्ट में भी मोदी विश्व के 22 सबसे बड़े नेताओं में टॉप पर हैं। इसकी वेबसाइट पर जारी की गई सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 78 प्रतिशत ग्लोबल लीडर अप्रूवल रेटिंग के साथ टॉप किया है। पीएम मोदी ने ताजा रेटिंग के मुताबिक लोकप्रियता के मामले में 22 देशों के विश्व नेताओं को पीछे छोड़ दिया है। इन नेताओं में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों जैसे दिग्गज शामिल हैं। मजेदार बात यह है कि सुपरपावर कहे जाने वाले देश अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी मोदी से पीछे हैं और उनकी रैंकिंग 6 है तो वहीं भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक 10वें नंबर पर हैं।
निश्चित ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह उपलब्धि न केवल भारतीय जनमानस के लिए गर्व का विषय है बल्कि भारतीय लोकतंत्र के लिए एक आशा की किरण भी है।