- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- हमसे जुड़ें
- /
- अ---प्रिय "बेचन" परसाद...
अ---प्रिय "बेचन" परसाद उर्फ "फलाने जी" उर्फ "पाइरेटेड टैगोर जी" सादर त्राहिमाम, बीजेपी समर्थक न पढ़ें !
विनय मौर्या।
हम यहां बनारस से आपका एक भूतपूर्व भोटर हूँ। जिसे 2014 में किसी खुजेले कुत्ते ने दौड़ा कर काटा था। इसलिए "आएगा तो फलाने ही" बोलता हुआ मैं भोट देने बूथ पर भागा था।
मुझे भी था तब आपके "ढेस नहीं बिकने दूंगा" टाईप के जुमले बाजी से प्यार। इसलिए स्वीकार लिया "आ बैल मुझे मार"।
खैर आप अपनी जगह सही हैं..."हमबानी हड्डानी" के खाता बही हैं। मगर यह बात हमें बाद में समझ में आई कि "बिल्ली से दूध की रखवाली" करने की क्यों उम्मीद लगाई।
आज आप सब कुछ बेचे जा रहे हो...पूंजीपटियों के लिए सर्र्कारी सम्पत्ति खेंचे जा रहे हो। देश की सम्पत्ति सब नीलाम करने की ठाने हो...अर्थव्यवस्था का कबाड़ करके मानोगे..??
जितनी आपकी दाढ़ी बढ़ती जा रही है...उससे ज्यादा देश में महंगाई मंदी से जनता मारी जा रही है।
अब कस्सम है तुम्हें तुम्हारे मन्दबुद्धि "बिकास" बच्चे की...वादा करो जनता के नहीं बेचोगे कभी कच्छे भी।
देखो रहम करो...देश की संपत्तियों की "भाईयों बैनो" मत करो...वरना एक दिन जलजला आएगा...तुम्हारी जिंदगी का भी "मीतरों" लग जायेगा।
इसलिए मुझपर रहम करो... मुझे नहीं चाहीये दिन अच्छे...बस बचा लूं तुमसे अपने कच्छे।
आपका पूर्व भोटर पूर्व भक्त
विनय मौर्या।