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मां के साथ मिलकर शौचालय बनवा रही थी बहू और उसकी माँ की जेठ और ससुर ने कुल्हाड़ी से काटकर की हत्या
रायपुर शहर के अछोली इलाके में एक महिला और उसकी मां की सिर्फ इस वजह से हत्या कर दी क्योंकि वह शौचालय बनवाना चाहती थी। हत्या की इस वारदात को महिला की जेठ और ससुर ने मिलकर अंजाम दिया है । परिवार में जमीन के छोटे से टुकड़े को लेकर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ा की बात बहू और उसकी मां की जिंदगी पर आ गई। गुस्से में आकर जेठ ने दोनों पर फावड़े से हमला कर दिया। महिला और उसकी मां की मौके पर ही मौत हो गई। खुलेआम मोहल्ले के लोगों के सामने इस हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी अपने घर पर ही थे। लोगों ने पुलिस को सूचना दी और इसके बाद उरला थाने की टीम आरोपियों को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई।
महिला के पति की मौत के बाद शुरू हुआ विवाद
अछोली इलाके के मकान में रामसहाय अपने तीन बेटों के साथ रहता था। 6 महीने पहले इसके जिस बेटे की मौत हुई सुनीता उसी की पत्नी थी। सुनीता का अपने जेठ भगतराम टंडन के साथ पिछले कुछ दिनों से जमीन में हिस्से को लेकर विवाद चल रहा था। सुनीता की मां कमलाबाई तिल्दा से रायपुर आकर सुनीता के साथ ही रह रही थी । कमला जानती थी कि परिवार के लोग सुनीता के साथ संपत्ति को लेकर विवाद कर रहे हैं। बुजुर्ग राम सहाय ने अब तक की जांच में पुलिस को बताया कि बेटे की मौत के बाद वह सुनीता को अपनी संपत्ति में हिस्सा नहीं देना चाहता था। जेठ भगतराम टंडन ने भी इस बात को कबूला कि वह संपत्ति में सुनीता के हिस्से को लेकर नाराज था।
पिछले तीन-चार दिनों से सुनीता घर के पिछले हिस्से में एक शौचालय बनाने की जिद में थी। इस पर उसका भगतराम के साथ झगड़ा भी हुआ। शनिवार को फिर से सुनीता ने काम शुरू किया और भगतराम ने झगड़ा। इस बीच बुजुर्ग रामसहाय सब कुछ देख रहा था । भगतराम ने सुनीता को थप्पड़ जड़ दिया। वो कहने लगा कि जहां वो टॉयलेट बना रही है जमीन का वो हिस्सा उसका है। भगतराम को रोकने की राम सहाय उसे सुनीता की हत्या करने के लिए उकसा रहा था। गुस्से में आकर भगतराम ने पास ही रखा फावड़ा उठाया और सुनीता के सिर पर दे मारा। बीच-बचाव करने आई सुनीता की मां कमलाबाई के सिर पर भी भगत राम ने जोर से फावड़ा मारा। दोनों जमीन पर गिर पड़े महिलाओं के सिर से खून बह रहा था और चंद मिनटों में उनकी मौत हो गई।
महिला के ससुर रामसहाय और भगत राम को पकड़कर जब पुलिस थाने लेकर आई तो इन्होंने इस पूरी घटना को लेकर कोई पछतावा नहीं दिखाया । असल में जब कभी भी भगतराम और सुनीता की भी झगड़ा होता था तो राम सहाय, भगत राम को सुनीता की हत्या करने के लिए उकसाता था। शनिवार की सुबह भी हुए झगड़े के दौरान भी वो कहता रहा- बेटा इसे मार दे..। पुलिस ने शुरुआती पूछताछ में जब रामसहाय और भगतराम टंडन से बात की तो बुजुर्ग रामसहाय ने कह दिया कि हम उसे संपत्ति में हिस्से को लेकर लगातार समझा रहे थे वह मान नहीं रही थी इसीलिए मार दिया और हमें इसका कोई पछतावा नहीं है । फिलहाल अब पुलिस ने इस मामले की छानबीन करते हुए दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है।