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बेटे ने 70 साल की मां को घर से निकाला था, AAP सांसद संजय सिंह ने अपने घर में दी जगह
नई दिल्ली : लॉकडाउन के चलते बेघर और बेसहारा हुई 70 साल की बुजुर्ग लीलावती को आखिरकार सहारा मिल गया है। मुंबई में अपने बेटे की देखभाल करने गईं लीलावती को उनके बेटे ने घर से निकाल दिया था। अब आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह लीलावती देवी की मदद के लिए आगे आए हैं। संजय सिंह ने कहा है कि लीलावती देवी अब उनके घर पर ही रहेंगी।
संजय सिंह ने बताया कि लीलावती देवी कोरोना संक्रमित पाई गई थीं और दो हफ्ते तक राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में उनका इलाज भी कराया गया। शुरुआत में दिल्ली के ही एक परिवार ने लीलावती देवी को अपने घर में रखा था लेकिन बाद में इस परिवार ने अज्ञात कारणों से अपने कदम पीछे खींच लिए। अब संजय सिंह ने हाथ आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा, 'अब लीलावती देवी हमारे साथ रहेंगी और यही उनका घर होगा।'
बेटे की सेवा करने गईं, ठीक होते ही निकाल दिया
बताया गया कि लीलावती देवी अपने बीमार बेटे की देखभाल के लिए मुंबई गई थीं। उनका बेटा ऑटो ड्राइवर है। वह बताती हैं, 'मेरा बेटा अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहता है। धीरे-धीरे उसकी तबीयत ठीक हो गई तो मेरी जरूरत भी खत्म हो गई। उसने मुझे घर से निकाल दिया। मेरे पति की मौत के बाद से ही मेरी समस्याएं शुरू हो गई थीं। मेरे बच्चों को लगता है कि मैं मानसिक रोगी हूं, कोई मुझे अपने साथ नहीं रखना चाहता है।'
मुंबई में जब बेटे ने लीलावती को घर से निकाल दिया तो वह बेघर हो गईं। दूसरे बेटों के मोह में वह मुंबई से एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन में एक बिस्किट का पैकेट और अपने कपड़े लेकर चली आईं। लीलावती के दो और बेटे दिल्ली में रहते हैं। दिल्ली में भी उनके बेटों ने उनकी कोई खोज खबर नहीं ली। इस दौरान सिर्फ उनकी बड़ी बेटी ने उनसे मुलाकात की और कहा कि वह बीमार लग रही हैं।
सांसद संजय सिंह के घर पर ही रहेगी लीलावती
संजय सिंह नॉर्थ एवेन्यू स्थित अपने सरकारी आवास पर अपनी पत्नी, दो बच्चों और पैरंट्स के साथ रहते हैं। संजय सिंह के करीबी अजीत त्यागी ने बताया कि लीलावती ज्यादातर समय लोगों से बात करती हैं। अब वह इसी परिवार का हिस्सा हैं, उन्हें उस परिवार के पास नहीं भेजा जा सकता है, जिसने लीलावती को घर से निकाल दिया।