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जानिए आखिर शरद पवार के इस्तीफे पर क्यों है खुश उनके भतीजे अजीत पवार?
Ajit Pawar: शरद पवार के इस्तीफे की घोषणा के बाद वाईबी चव्हाण सभागार में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजित पवार ने कहा, आप लोग गलतफहमी में है।अगर पवार साहब पार्टी में नहीं है तो यह गलत है कांग्रेस में मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी अध्यक्ष है लेकिन सोनिया गांधी पार्टी चलाती हैं।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार एनसीपी के भीतर उत्तराधिकार की लड़ाई में दिखाई दे रहे हैं। हाल ही में उन्होंने कई बार विद्रोह भी किया है। अजित पवार मंगलवार को एनसीपी में एकमात्र वरिष्ठ नेता के रूप में अलग खड़े थे जिन्होंने शरद पवार के पार्टी छोड़ने के फैसले पर उनका समर्थन किया।
अजित पवार ने कार्यकर्ताओं से क्या कहा?
शरद पवार द्वारा इस्तीफे की घोषणा के बाद वाईबी चव्हाण सभागार में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, आप गलतफहमी में हैं कि अगर पवार साहब पार्टी अध्यक्ष नहीं हैं, तो वह पार्टी में नहीं होंगे. यह गलत है. कांग्रेस में मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी अध्यक्ष हैं लेकिन सोनिया गांधी पार्टी चलाती हैं.
उन्होंने कहा कि शरद पवार की उम्र को देखते हुए पार्टी को एक नया नेतृत्व प्रदान करने की जरूरत थी लेकिन मार्गदर्शन अभी भी शरद पवार का ही होगा। इसमें कोई भी विवाद नहीं हो सकता जो भी नया अध्यक्ष होगा उनके मार्गदर्शन में ही काम करेगा।लोगों को भावुक होने की जरूरत नहीं है। अजीत पवार का कहना है की वह अपना फैसले को वापस नहीं लेंगे लेकिन पवार साहब के मार्गदर्शन मे नया प्रमुख चुना जाएगा और वह उन्हीं के मार्गदर्शन में काम भी करेगा। बस हमें उसने व्यक्ति का समर्थन करना है।
अजित पवार का कहना है कि जैसे लोग परिवार में रहते हैं और बुजुर्ग चाहते हैं कि छोटे लोग आगे बढ़े और उन्हें अवसर प्रदान किया जाए उसी तरह पवार साहब ने पार्टी छोड़कर दूसरे लोगों को अवसर प्रदान किए हैं। यह तो 1 दिन होना ही था।उनके नेतृत्व में नया अध्यक्ष चुना जाएगा . उन्होंने कहा, किसी पार्टी या संगठन को स्थिति की आवश्यकता के अनुसार निर्णय लेना चाहिए, भावनात्मक निर्णय लेने का कोई मतलब नहीं है.अजित पवार का कहना है कि वैसे तो पवार साहब 1 तारीख को ही इस्तीफा देने वाले थे लेकिन रैली की वजह से उन्होंने यह इस्तीफा 2 मई को दिया।
शरद पवार के इस्तीफे के भाषण के बाद एनसीपी के कई नेता उनसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहने लगे, जब पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सुप्रिया सुले से शरद पवार से आग्रह करने की मांग की तो अजित पवार ने उन्हें ना बोलने के लिए कहा।अजित पवार ने सुप्रिया सुले से कहा कि सुप्रिया, कुछ मत कहो. यह मैं उनके बड़े भाई की हैसियत से कह रहा हूं.