- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
दिल्ली अग्निकांड : मिलिए बहादुर फायरमैन राजेश शुक्ला से, अकेले बचाई 11 लोगों की जिंदगियां
नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली के अनाज मंडी इलाके में रविवार तड़के एक इमारत में लगी भीषण आग ने 43 जिंदगियां लील लीं। आग लगने की जानकारी मिलते ही दमकल की 30 गाड़ियां मौके पर पहुंची थीं। दमकलकर्मियों ने फौरन राहत और बचाव कार्य भी शुरू कर दिया। धुएं के गुबार में फंसे लोगों के लिए हर पल जानलेवा साबित हो रहा था। ऐसे में एक दमकलकर्मी ने अपनी जान पर खेलकर 11 लोगों की जिंदगी बचाई। अब इस 'रीयल हीरो' की खूब तारीफ हो रही है। खास बात यह है कि आग लगने की सूचना पर जब दमकलकर्मी पहुंचे थे तो सबसे पहले इमारत के भीतर राजेश शुक्ला ही घुसे थे।
अपनी जान की परवाह किए बगैर वह देवदूत बनकर लोगों को आग से घिरी बिल्डिंग से बाहर निकालने लगे। राहत कार्य के दौरान उनके पैर में चोट भी आ गई और एलएनजेपी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। उनकी बहादुरी की दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी तारीफ की है और अस्पताल में उनसे मुलाकात की। इस दौरान दिल्ली सरकार के मंत्री इमरान हुसैन भी मौजूद थे।
जैन ने ट्वीट किया, 'दमकलकर्मी राजेश शुक्ला असली हीरो हैं। वह पहले फायरमैन हैं जो इमारत में घुसे और 11 जिंदगियां बचाईं। उन्होंने तब तक अपना काम जारी रखा जब तक उनकी खुद की हड्डियां चोटिल नहीं हो गईं। मैं इस बहादुर हीरो को सलाम करता हूं।' उन्होंने राजेश शुक्ला से अपनी मुलाकात की तस्वीर भी ट्वीट की है।
Fireman Rajesh Shukla is a real hero. He was the first fireman to entered the fire spot and he saved around 11 lives. He did his job till the end despite of his bone injuries. Salute to this brave hero. pic.twitter.com/5aebB2XLUd
— Satyendar Jain (@SatyendarJain) December 8, 2019
बताया जा रहा है कि जब आग लगी तो कई मजदूर गहरी नींद में थे। इमारत में हवा आने-जाने की उचित व्यवस्था नहीं थी इसलिए कई लोगों की जान दम घुटने से चली गई। सभी झुलसे हुए लोगों और मृतकों को आरएमएल अस्पताल, एलएनजेपी और हिंदू राव अस्पताल ले जाया गया, जहां लोग अपने रिश्तेदारों को ढूंढने में लगे हैं।
पढ़ें,शॉर्ट सर्किट से आग? पीड़ित परिजनों को 19 लाख
शुरुआती जांच में बताया जा रहा है कि आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट थी। बचाव अभियान में करीब 150 दमकलकर्मी लगे थे और उन्होंने इमारत से 63 लोगों को बाहर निकाला, जिसमें 43 लोगों की जान चली गई। दो फायर कर्मी भी चोटिल हुए हैं।