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सुप्रीम कोर्ट में आसाराम की जमानत याचिका आज हो सकती है सुनवाई
नाबालिग से रेप मामले में जेल में बंद आसाराम बापू मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई हो सकती है. सुप्रीम कोर्ट में आसाराम ने जमानत अर्जी दायर की है. इससे पहले, सूरत की एक अदालत ने 30 अप्रैल 2019 को आसाराम के बेटे नारायण साईं को 2013 के एक दुष्कर्म मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. इसके साथ ही अदालत ने उसपर पांच लाख रुपये जुर्माना भी लगाया था.
बहरहाल, ना ये ढोंग काम आया. ना ये डांस चल पाया. ना खुद को भगवान बताकर छलने की ये माया काम आई. आखिरकार वही हुआ. जिसे कानून की भाषा में इंसाफ कहते हैं. अदालत ने अपने पिता आसाराम की तरह बेटे नारायण साईं को सूरत की दो बहनों से रेप के मामले में दोषी करार दे दिया. इस मामले में अदालत ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई है. साथ ही उस पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. यानी बाप बेटे दोनों की पूरी उम्र कैद कर ली गई है.
कभी आलीशान आश्रमों में आसाराम और नारायण साईं भक्तों को नैतिकता के लंबे लंबे प्रवचन दिया करते थे. आसाराम मंच पर नाचता था तो उसके साथ उसका बेटा नारायण साईं भी नाच नाचकर भक्तों के सामने अपनी लीला का पाखंड रचता था. लेकिन किसी को क्या पता था कि जिस आश्रम को भक्त मंदिर समझते हैं और जिस आसाराम और नारायण साईं को वो भगवान समझते हैं. वो गुरू नहीं गुरू घंटाल हैं.
करीब 11 साल पुराने मामले में सूरत की सेशंस कोर्ट ने दो बहनों से रेप के मामले में नारायण साईं का हिसाब किताब कर दिया. जिस मामले में कोर्ट ने फैसला सुनाया है. वो सूरत की रहने वाली दो बहनों से जुड़ा हुआ है. इन बहनों ने नारायण साईं पर बलात्कार का आरोप लगाया था. पुलिस ने पीड़ित बहनों के बयान और लोकेशन से मिले सबूतों के आधार पर नारायण साईं और आसाराम के खिलाफ केस दर्ज किया था.