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दिल्ली की सबसे बड़ी खबर: मध्य वर्ग को तमाचा मारते ये आँकड़े, करोड़ों रुपये जुर्माना देकर भी प्रदूषण से नहीं मिली निजात
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अजय कुमार
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर हायतौबा मची हुई है। एसे में निर्णय हुआ कि दिल्ली में BS 3 Petrol और BS 4 Diesel गाड़ियाँ ज़्यादा प्रदूषण फैलाती हैं। लिहाजा इन BS 3 Petrol और BS 4 Diesel गाड़ियाँ को दिल्ली में प्रवेश न दिया जाए। अगर प्रवेश करती है तो इन पर 20000 रुपये का जुर्माना किया जाएगा।
कितनी गाड़ियों का हुआ चालान
2 नवंबर से 13 नवंबर के बीच दिल्ली पुलिस ने क़रीब 10,000 BS 4 diesel गाड़ियों और 2,500 BS 3 पेट्रोल गाड़ियों का चालान काटा है। चालान 20,000/- का है, प्रति गाड़ी। इन 12,500 गाड़ियों के चालकों का अपराध ये है कि इन्होंने दिल्ली सरकार के प्रदूषण को नियंत्रित करने वाले GRAP stage 3 और 4 का पालन नहीं किया। इन नियमों का पालन करने के लिये, चमचमाती नई गाड़ियाँ चाहिये। ऐसा नहीं है कि BS 3 Petrol और BS 4 Diesel गाड़ियाँ ज़्यादा प्रदूषण फैलाती हैं, बस ये BS 6 के मुक़ाबले लेश मात्र ज़्यादा प्रदूषण करती है।
इन गाड़ियों से 25 करोड़ रुपये वसूले गए। इतनी बड़ी वसूली के बाद भी क्या सरकार ने दिल्ली में रहने वाली जनता को क्या राहत दिलाई गई?
जिस राज्य में सड़क पर सुरक्षा से लेकर यातायात के साधनों की भारी कमी है, जहां मजबूरी में हर परिवार को खुद के यातायात साधन पर गाढ़ी कमाई फुँकनी पड़ रही हो, वहाँ कि आम जनता की सरकार इन मध्य वर्ग के लोगों की मजबूरी पर बीस - बीस हज़ार का Fine लगाकर उनकी ऐसी तैसी कर रही है। वाह रे आम आदमी की सरकार। दिल्ली सरकार के सभी मंत्री और संतरी गाड़ियों में बेधक चल रहे है, क्योंकि उनके पास चमचमाती नई गाड़ियाँ है, जनता फ़ाइन दे रही है। जय हो, जय हो।
है हिम्मत तो ऐसा ही नियम दो पहिये वाहनों पर लगाकर दिखाये। है हिम्मत तो पराली जला रही जनता पर फ़ाइन लगाकर दिखायें, है हिम्मत तो construction mafia के खिलाफ action लेकर दिखायें। है हिम्मत तो दिल्ली के कोने कोने में जलते कूड़े के ढेर पर रोक लगा कर दिखाये।
दम तोड़ते मध्य वर्ग को ही लताड़े सकते है, लताड़ लो।
दिल्ली