- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
28 फरवरी को मेरठ में AAP की किसान महापंचायत, केजरीवाल करेंगे संबोधित
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
नई दिल्ली : किसान आंदोलन लगातार जारी है, आज 80 दिन से ज्यादा हो गए हैं। वहीँ अब किसानों के समर्थन में किसान महापंचायत शुरू हो गईं हैं। इसी क्रम में आम आदमी पार्टी मेरठ में 28 फरवरी को पहली किसान महापंचायत करने जा रही है। इस महापंचायत को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि किसान महापंचायत के जरिये आम आदमी पार्टी यूपी के पंचायत चुनाव में अपनी दमदार एंट्री करेगी। आपको बतादें अभी तक यूपी में रालोद और कांग्रेस ने किसान महापंचायत आयोजित की है।
दिल्ली की सीमाओं पर ढाई महीने से भी ज्यादा समय से चल रहे किसान आंदोलन से 26 जनवरी तक राजनीतिक दलों ने दूरी बनाए रखी थी। 28 जनवरी को गाजीपुर बार्डर पर राकेश टिकैत के आंसुओं के बाद बदले माहौल ने राजनीतिक दलों का रुख किसानों की तरफ तेज कर दिया। इसी के बाद सबसे पहले रालोद ने विभिन्न जिलों में किसान महापंचायत की। इन महापंचायतों में बड़ी संख्या में किसानों की भीड़ उमड़ी। कांग्रेस की ओर से पिछले ही हफ्ते सहारनपुर में और सोमवार को बिजनौर में किसान महापंचायत की गई। दोनों महापंचायतों को कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने संबोधित किया।
सोमवार को मेरठ में पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि तीनों कृषि कानून देश के किसानों और जनता के लिए नहीं है। यह कानून चंद पूंजीपतियों के लिए बनाया गया है। असीमित भंडारण की नीतियां केवल बड़े-बड़े पूंजीपतियों के लिए ही बनाई है। नरेंद्र मोदी के पूंजीपति कारोबारी बड़े बड़े गोदाम बनाएंगे और किसानों का अन्न, फल और सब्जियां उसमें रखेंगे। फिर उन्हें मुंहमांगी कीमत पर हम लोगों को बेचेंगे। जैसे आज पेट्रोल, गैस की कीमत तेजी से बढ़ रही है, उसी तरह अन्न, फल और सब्जियों की कीमत तेजी से बढ़ेगी। जमाखोरी के कारण तेजी से महंगाई बढ़ेगी। इसका असर आम जनता पर भी होगा। लोगों को समझना पड़ेगा कि यह कानून आम जनता के भी खिलाफ है।
संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पहले दिन से इस कानून के खिलाफ हैं। किसानों के आंदोलन में साथ देने के लिए ही हम लोग किसान महापंचायत करेंगे। इस महापंचायत में अरविंद केजरीवाल भी शामिल होंगे। मेरठ आंदोलनकारियों की धरती है। इसलिए आम आदमी पार्टी ने महापंचायत की शुरुआत 28 फरवरी को मेरठ से करने की तैयारी की है।