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बाप के धरने के बाद कभी कांग्रेस नहीं आई थी बहुमत में तो बेटे के धरने का क्या होगा असर
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत आज चार हप्तों से दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के साथ बैठे हुए है. जो केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा लाये हुए किसान बिल को वापस करने के लिए देश की राजधानी दिल्ली की सीमा पर बैठे है.
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है की इस बार हम तभी दिल्ली से जायेंगे जब बिल वापस हो जाएगा या फिर सरकार को गोला लाठी डाल देंगे. यह बिल किसान विरोधी है और इसने पहले वाली सरकारों को भी पीछे छोड़ दिया है. पहले वाली सरकार केवल चोरी करती थी. अब वाली सरकार डकैती डाल रही है. सरकार को किसानों की बात सुनकर उनकी बात को समझना चाहिए
आपको बता दें की भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक बाबा महेंद्र सिंह टिकैत जब दिल्ली में 5 लाख किसानों को ले गए तो तब कांग्रेस के 400 से ऊपर सीट थी. उसके बाद 25 साल तक पूरे भारत में कभी स्प्ष्ट बहुमत नहीं आया था. किसान ताकत के मामले में भृम मत पालिये. अब देश में नरेंद्र मोदी किआ सरकार है जो पूर्ण बहुमत लेकर बनी हुई है. इसके लिहाज से अब केंद्र की मोदी सरकार को समझना है.