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दिल्ली हिंसा: IB कांस्टेबल अंकित शर्मा का पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुए कई खुलासे, डाक्टर भी हो गये दंग

Sujeet Kumar Gupta
28 Feb 2020 10:05 AM IST
दिल्ली हिंसा: IB कांस्टेबल अंकित शर्मा का पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुए कई खुलासे, डाक्टर भी हो गये दंग
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शर्मा का शव 26 फरवरी को चांदबाग में नाले से मिला था। आशंका है कि कम से कम चार लोगों ने हत्या को अंजाम दिया है

नई दिल्ली। दिल्ली हिंसा में मारे गए इंटेलिजेंस ब्यूरो यानी आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा के पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गए हैं। अंकित शर्मा को उपद्रवियों ने बेरहमी से हत्या की थी। उनके शरीर पर चाकू के अनगिनत निशान मिले हैं। बृहस्पतिवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक, अंकित के शरीर का कोई भी हिस्सा नहीं बचा, जहां चाकू नहीं मारा गया हो सबसे ज्याद सीने और पेट में चाकू मारा गया था। आंत को भी निकाल लिया गया।

डॉक्टरों का कहना है कि शरीर में इतने जख्म उन्होंने पहले कभी नहीं देखे। उपद्रवियों ने अंकित की हत्या करने के बाद शव को चांद बाग के नाले में फेंक दिया था। शर्मा का शव 26 फरवरी को चांदबाग में नाले से मिला था। आशंका है कि कम से कम चार लोगों ने हत्या को अंजाम दिया है। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया, जिसके बाद उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार हुआ।

आईबी कांस्टेबल अंकित शर्मा का शव गुरुवार शाम उनके पैतृक गांव इटावा ले जाया गया। शहीद अंकित अमर रहे के नारों के बीच उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान प्रशासन की ओर से सलामी दी गई। केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान सहित विभिन्न दलों के नेता, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने परिजनों को सांत्वना दी। यहां उनके अंतिम दर्शन को हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। मुखाग्नि उनके भाई अंकुर शर्मा ने दी।

फोरेंसिक विभाग के एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि हिंसा का खौफनाक मंजर उन्हें तब पता चला जब वे बुधवार को शवगृह पहुंचे थे। एक के बाद एक शव पहुंचने लगे, जिनकी हालत दिल दहला देने वाली थी। आखिर कोई किसी के लिए इतनी क्रूरता जहन में कैसे रख सकता है? महिला, बुजुर्ग और युवा उम्र तक के शव यहां लाए गए।किसी के शरीर पर आठ से नौ तलवार के वार हैं तो किसी का आधा शरीर जला हुआ है। ये वाकई शर्मिंदगी और रोंगटे खड़े कर देने वाला मंजर है। उन्होंने बताया कि वे जीटीबी अस्पताल में 25 वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन उन्होंने ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी। इसी विभाग के एक अन्य डॉक्टर ने कहा कि शवगृह की स्थिति को वे शब्दों में बयां नहीं कर सकते। हिंसा ने इंसानियत पर सवाल खड़े कर दिए हैं।


बृहस्पतिवार रात तक हिंसा में मारे गए 38 में से 20 शवों की जानकारी मिल चुकी थी। 20 में से 9 लोगों की मौत गोली लगने से हुई है, जबकि पांच को बगैर धारदार हथियार से मारा गया है। एक शव बुरी तरह जला मिला है। तीन को चाकू घोंपकर मारा है और 2 लोगों की मौत का कारण पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा।

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