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राजधानी दिल्ली में डेंगू का डंक अब भी बरकरार है। डेंगू के इस साल कम से कम 33 मामले सामने आए हैं। बता दें कि पिछले एक हफ्ते में फरवरी में 10 नए मामले सामने आए हैं। हालांकि, सोमवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, इस साल अब तक मलेरिया और चिकनगुनिया का कोई मामला सामने नहीं आया है।
बता दें कि नगर निगम द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक 1 जनवरी से 5 फरवरी की अवधि के दौरान पिछले वर्ष केवल एक मामला दर्ज किया गया था, जबकि 2020 में दो मामले और 2019 में एक मामला दर्ज किया गया था। वेक्टर जनित बीमारियों के मामले आमतौर पर जुलाई और नवंबर के बीच रिपोर्ट किए जाते हैं, लेकिन यह अवधि दिसंबर के मध्य तक बढ़ सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राजधानी में 2015 के बाद से एक साल में वेक्टर जनित बीमारी डेंगू के सबसे अधिक 9,613 मामले पिछले साल दर्ज किए थे और 23 मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। सोमवार को जारी वेक्टर जनित बीमारियों पर नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल 5 फरवरी तक डेंगू के कुल 33 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें पिछले एक सप्ताह में 10 नए मामले सामने आए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, 2021 से पहले के वर्षों में डेंगू के कुल मामले - 4,431 (2016), 4,726 (2017), 2,798 (2018), 2,036 (2019) और 1,072 (2020) सामने आए थे।
बता दें कि 2015 में दिल्ली में डेंगू का एक बड़ा प्रकोप देखा गया था, जब रिपोर्ट किए गए डेंगू के मामलों की संख्या अक्टूबर में ही 10,600 को पार कर गई थी, जिससे यह 1996 के बाद से राजधानी में वेक्टर जनित बीमारी का सबसे खराब प्रकोप बन गया था।
वहीं दिल्ली में 2021 में डेंगू से मरने वालों की संख्या 2016 के बाद से सबसे अधिक थी, जब 2016 में आधिकारिक तौर पर मरने वालों की संख्या 10 थी। दिल्ली में 2019 में डेंगू से दो, 2018 में चार और 2017 और 2016 में 10-10 मौतें दर्ज की गई थीं।