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जानिए क्यों मनाई जाती है गायत्री जयंती और कब है यह जयंती जानिए इसका महत्व

Anshika
28 April 2023 8:15 PM IST
जानिए क्यों मनाई जाती है गायत्री जयंती और कब है यह जयंती जानिए इसका महत्व
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ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को गायत्री जयंती मनाई जाती है. जानते हैं इस साल गायत्री जयंती की डेट, मुहूर्त और महत्व गायत्री जयंती हर साल शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है।

ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को गायत्री जयंती मनाई जाती है. जानते हैं इस साल गायत्री जयंती की डेट, मुहूर्त और महत्व गायत्री जयंती हर साल शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। यह पर्व हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है और छात्रों के लिए भी बहुत खास है।माता गायत्री को परब्रह्मस्वरूपिणी, वेद माता और जगत माता भी कहा जाता है.

शास्त्रों के अनुसार इस पृथ्वी पर प्रत्येक जीव के भीतर मां गायत्री प्राण-शक्ति के रूप में विद्यमान है, यही कारण है माता गायत्री को सभी शक्तियों का आधार माना गया है.

गायत्री मंत्र हिंदू धर्म का सबसे प्रभावशाली मंत्र माना जाता है। इस मंत्र को समझने और उसका जप करने से मनुष्य को आध्यात्मिक उन्नति मिलती है। गायत्री मंत्र का जप करने से मनुष्य का मन शांत होता है, स्वस्थता बनी रहती है, सकारात्मक ऊर्जा मिलती है और बुराई से दूर रहने की शक्ति मिलती है।

इस साल गायत्री जयंती 31 मई 2023 को है, इस दिन निर्जला एकादशी का व्रत भी रखा जाएगा. छात्रों के लिए देवी गायत्री की पूजा अचूक मानी गई है. मान्यता है इस दिन मां गायत्री के मंत्र का यथाशक्ति जाप करने से बुद्धि में वृद्धि और तरक्की की राह आसान होती है.

पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 30 मई 2023 को दोपहर 01 बजकर 07 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन 31 मई 2023 को दोपहर 01 बजकर 45 मिनट पर इसका समापन होगा.

गायत्री जयंती के दिन छात्रों को अपने आध्यात्मिक उन्नति के लिए गायत्री मंत्र का जप करना चाहिए। इसके अलावा, छात्रों को इस दिन पूजा-अर्चना करनी चाहिए और संतोषमय जीवन जीने के लिए गायत्री मंत्र का जप करना चाहिए।

गायत्री मंत्र का जप करने से मनुष्य को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जो उसे सफलता की ओर ले जाती है। इसलिए, छात्रों को सफलता प्राप्त करने के लिए गायत्री मंत्र का जप करना चाहिए।

मां गायत्री को वेदमाता कहा गया और गायत्री मंत्र को चार वेदों का सार बताया गया. पहले गायत्री मंत्र की महिमा सिर्फ देवी देवताओं तक सीमित थी लेकिन महर्षि विश्वामित्र ने कठोर तपस्या करके इस मंत्र को आम जन तक पहुंचाया.

गायत्री जयंती के दिन छात्रों को अपनी आध्यात्मिक उन्नति के लिए गायत्री मंत्र का जप करना चाहिए। इसके अलावा, छात्रों को इस दिन पूजा-अर्चना करनी चाहिए और संतोषमय जीवन जीने के लिए गायत्री मंत्र का जप करना चाहिए।

हमें गायत्री मंत्र का जप करने से मन, शरीर और आत्मा सफलता, सुख, समृद्धि, स्वस्थता, सकारात्मक ऊर्जा और शांति प्राप्त होती है। गायत्री मंत्र का जप करने से हम अपने जीवन को एक सकारात्मक दिशा दे सकते हैं और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ सकते हैं।

इसलिए, हमें गायत्री जयंती के दिन गायत्री मंत्र का जप करना चाहिए और अपने जीवन को सकारात्मक ऊर्जा से भरना चाहिए।

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