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How to Become Ayurvedic Doctor: BAMS कोर्स 5 साल और 6 महीने का डिग्री प्रोग्राम है. इसमें आपको 1 साल की इंटर्नशिप प्रोग्राम के साथ 4+1/2 शैक्षणिक साल शामिल है. आप बीएएमएस कोर्स से ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद आयुर्वेद के क्षेत्र में अपना करियर शुरू कर सकते हैं.
आज दुनिया में हर चीज काफी हाईटेक हो गई है नई-नई संसाधनों सुविधाएं अपना पैर पसार चुकी है लेकिन जमाना चाहे कितना भी आगे क्यों ना निकल चुका हो ,मेडिकल सुविधाओं मे एक से बढ़कर एक एडवांस फैसिलिटी आती ही रहती हैं लेकिन जब बात इलाज कराने की आती है तो आज के समय में हर शख्स नेचुरल तरीके से कराए जाने वाले इलाज को ज्यादा मान्यता देता है।आयुर्वेदिक डॉक्टर लोगों को स्वास्थ्य जीवन शैली बनाए रखने में मदद करता है। वह लोगों का तनाव कम करता है और बीमारियों से लड़ने में भी मदद करता है। हेल्दी इम्यून सिस्टम जैसी देने में मदद करता है.
आयुर्वेद में पढ़ाई, इसमें डिग्री की डिमांड फिर बढ़ गई है. बहुत से छात्र अब आयुर्वेद में करियर बनाने और आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने का विकल्प चुन रहे हैं. आयुर्वेद दुनिया की सबसे पुरानी उपचार प्रणालियों में से एक है. जिसे भारत में 3,000 साल पहले विकसित और उपयोग किया गया था. इस प्रक्रिया का आधार यह है कि तंदुरूस्ती मन, शरीर और आत्मा के बीच सही संतुलन पर निर्भर है.
आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के लिए भी NEET-UG एग्जाम क्लीयर करना होता है. नीट पास करने के बाद Bachelors of Ayurveda Medical and Surgery degree (BAMS degree) लेनी होती है. इस कोर्स करने के लिए शुरुआती पढ़ाई की बात करें तो, इसके दो तरीके हैं
इस आयुर्वेद क्षेत्र में जाने का पहला तरीका यह है कि स्टूडेंट ने 10वीं में संस्कृत के पढ़ाई की हो इसके बाद NEET-UG exam पास किया हो. और फिर BAMS डिग्री लें. दाखिले का दूसरा तरीका ये है कि बायोलॉजी के साथ 12वीं पास की हो, फिर नीट पास करें और उसके बाद BAMS डिग्री की पढ़ाई के लिए इसमें दाखिला लें.
BAMS कोर्स 5 साल और 6 महीने का डिग्री प्रोग्राम है. जिसमें एक साल की इंटर्नशिप प्रोग्राम के साथ 4+1/2 शैक्षणिक साल शामिल है. आप बीएएमएस कोर्स से ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद आयुर्वेद के क्षेत्र में अपना करियर शुरू कर सकते हैं. BAMS की पढ़ाई के लिए भारत में जाने माने संस्थान ये हैं.
आयुर्विज्ञान संस्थान बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी. 2- श्री गुरु गोबिंद सिंह त्रिशताब्दी विश्वविद्यालय, गुड़गांव. 3- तिलक आयुर्वेद महाविद्यालय, पुणे. 4- पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज, हरिद्वार. 5- राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल, लखनऊ. 6- केजी मित्तल आयुर्वेदिक कॉलेज, मुंबई. 7- गवर्नमेंट आयुर्वेद कॉलेज एंड हॉस्पिटल, नागपुर. 8- जेएसएस आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज, मैसूर. 9- अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय, पुणे. 10- पोदार आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज, मुंबई.
BAMS पूरा करने के बाद जिन जगहों पर नौकरी कर सकते हैं, वो ये हैं- डिस्पेंसरीज ऑफ द स्टेट रिसर्च सेंटर, सरकारी अस्पताल, प्राईवेट अस्पताल, आयुर्वेद अस्पताल, रिसर्च सेंटर्स, आयुर्वेद Pharmaceuticals, यूनिवर्सिटी ऑफ आयर्वेद, आयुर्वेद सेंटर्स, स्पा, रिजॉर्ट्स.