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जानिए कैसी रही चारों दोषियों की अंतिम रात और उनकी क्या रही आखिरी इच्छा
निर्भया गैंगरेप केस में दोषियों की फांसी टलवाने की सारी कोशिश नाकाम हो गई। दिल्ली हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी निर्भया गैंगरेप के दोषियों की फांसी के खिलाफ याचिका गुरूवार और शुक्रवार की आधी रात को ठुकरा दी। जिसके बाद अब निर्भया के चारों दोषियों को सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दे दी गई। मेडिकल ऑफिसर ने चारों दोषियों को मृत घोषित किया।
लेकिन फांसी से ऐन वक्त पहले चारों दोषियों ने बेचैनी में आखिरी वक्त गुजारे. जिस सेल में ये दोषी थे, वहां से सीधे रास्ता फांसी दिए जाने वाली जगह पर ले जाया गया. जानिए कैसी रही दोषियों की अंतिम रात और उनकी क्या रही आखिरी इच्छा।
गुरुवार को उनके जीवन की आखिरी रात और आखिरी थाली सामने थी।उन्होंने खाना तो खाया, मगर बहुत कम। मुकेश और विनय ने थाली की ओर देखा, लेकिन उसे छूने की हिम्मत नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने थाली को दूसरी तरफ सरका दिया।
चारों दोषियों को जेल मैनुअल के मुताबिक रात का खाना दिया गया।एक सब्ज़ी, एक दाल और छह चपाती उनके सामने रखी थी।उनकी हिम्मत नहीं हो रही थी कि वे थाली की तरफ हाथ बढ़ायें। मुकेश और विनय ने पहले तो खाना लेने से मना कर दिया था।
उसके बाद जेल कर्मी के आग्रह पर उन्होंने थाली पकड़ ली।इसके बाद थाली को दीवार की ओर खिसका दिया।करीब एक घंटे बाद उन्होंने थोड़ा बहुत खाना खाया। दूसरी तरफ अक्षय और पवन ने आराम से थाली पकड़ ली। उन्होंने भी काफी देर तक कुछ नहीं खाया, लेकिन बाद में वे रोटी और दाल खाकर दीवार के साथ कमर लगा कर बैठ गए।उन्हें बता दिया गया कि कुछ घंटे बाद वे जेल नंबर तीन में शिफ्ट किए जाएंगे।
किसी भी दोषी ने कोई आखिरी इच्छा नहीं जताई है, हालांकि दोषियों की ओर से जो भी पैसा कमाया गया है उसे परिवार वालों को दिया जाना तय है