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HRD मंत्री से मनीष सिसोदिया की अपील, बची हुई परीक्षाओ को रद्द करने की मांग
सीबीएसई बोर्ड 12वीं की बची हुई परीक्षा एक से 15 जुलाई के बीच आयोजित करवाने वाला है. हालांकि दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच अब सीबीएसई एग्जाम को रद्द करने की मांग की गई है. इसको लेकर मनीष सिसोदिया ने मानव संसाधन विकास मंत्री को पत्र भी लिखा है.
देश में कोरोना वायरस के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों की लिस्ट में दिल्ली तीसरे नंबर पर है. दिल्ली में 44 हजार से ज्यादा कोरोना वायरस के मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. इस बीच दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिखा है. पत्र के जरिए उन्होंने सीबीएसई की जुलाई में होने वाली परीक्षा को रद्द करने की मांग की है.
पत्र में मनीष सिसोदिया ने कहा है कि दिल्ली में छात्रों को स्कूल आधारित पिछले आंतरिक मूल्यांकन पर ग्रेड दिए जा सकते हैं. साथ ही इस तथ्य को भी भी ध्यान में रखा जाना चाहिए कि दिल्ली में 242 कंटेनमेंट जोन हैं. वहीं दिल्ली में हर रोज कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी भी देखी जा रही है.
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
वहीं सीबीएसई की 12वीं की बची हुई परीक्षा 1 से 15 जुलाई के बीच आयोजित किए जाने के खिलाफ कुछ अभिभावकों ने याचिका दाखिल की थी. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सीबीएसई से कोरोना संकट के दौरान परीक्षा से छात्रों की सेहत पर पड़ने वाले असर को लेकर जताई गई आशंका पर बोर्ड से जवाब देने को कहा था. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में 24 जून को अगली सुनवाई होनी है.
पेरेंट्स ने अपनी याचिका में खासतौर पर कोरोना वायरस के संक्रमण से बढ़ते खतरे का जिक्र किया है. पेरेंट्स का तर्क है कि एम्स के डेटा के मुताबिक कोरोना वायरस आने वाले समय में भारत में अपने चरम पर होगा. ऐसे में परीक्षाएं कराना बच्चों की सेहत के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है. इसलिए पेरेंट्स ने मांग की है कि इन परीक्षाओं को रद्द कर दिया जाना चाहिए