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पुलिस ने ढूंढ लिया ठिकाना, दिल्ली में इस जगह अपनी बहन के घर छिपा है मौलाना साद
राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से तबलीगी जमात ने जिस तरह से पूरे देश में कोरोना फैलाया, उसके बाद मौलाना साद की पुलिस को सरगर्मी से तलाश हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दिलली पुलिस को पता लगा है कि मौलाना साद जाकिर नगर में अपनी बहन कर घर पर है। पुलिस इस बारे में और भी पुख्ता जानकारी जुटाने में लगी हुई है। इसके साथ ही दिल्ली के बड़े मौलवी को मध्यस्थता के लिए भेजा गया है ताकि औऱ ज्यादा इनपुट निकल सके, उसके बाद ही दिल्ली पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई होगी।
तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों की देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना वायरस के प्रसार में मुख्य भूमिका सामने आई है। इस बीच संगठन का प्रतिनिधित्व करने वाले एक वकील ने कहा है कि तबलीगी जमात मरकज के प्रमुख मुहम्मद साद कांधालवी एकांतवास में हैं और वह आठ से नौ दिनों के अंदर सभी का सामने आ जाएंगे।
मुहम्मद साद पर लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने और दिल्ली के निजामुद्दीन क्षेत्र में एक धार्मिक सभा का आयोजन करने का आरोप लगाया गया है, जो 1,000 से अधिक कोरोनावायरस मामलों से जुड़ा हुआ है। मुहम्मद साद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद वह कथित रूप से छिपा हुआ है।
साद के अधिवक्ता तौसीफ खान ने बताया, वह क्वारंटीन में हैं। उन्हें इससे बाहर आने में आठ से नौ दिन लगेंगे। अगर जांच अधिकारी हमें जांच में शामिल करना चाहते हैं, तो हम तैयार हैं। हम डरपोक की तरह भागेंगे नहीं।
खान ने कहा कि महामारी रोग अधिनियम, आपदा प्रबंधन अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की धाराएं, जिनके तहत मुहम्मद साद पर आरोप लगाए गए हैं, जमानती आरोप हैं। उन्होंने कहा, 'प्राथमिकी में सभी धाराएं जमानती हैं, इसलिए अदालत से अग्रिम जमानत लेने की जरूरत नहीं है। अपराध के लिए अधिकतम सजा दो साल की है, इसलिए उन्हें थाने से जमानत मिल जाएगी।'