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निर्भया केस: 20 मार्च को चारों दोषियों को होनी है, लेकिन मुकेश ने नया तिगड़म लगाते हुए चली फिर से नई चाल
नई दिल्ली: निर्भया मामले में दोषी मुकेश ने सुप्रीम कोर्ट में एक नई याचिका दाखिल की है. मुकेश ने यह याचिका वकील एमएल शर्मा के माध्यम से दायर की है. मुकेश ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि उसकी पूर्व वकील वृंदा ग्रोवर ने उस पर दबाव डालकर उसकी क्यूरेटिव याचिका जल्दी दाखिल करवाई है।
जबकि यह याचिका दायर करने के लिए काफ़ी समय बचा था. लिहाजा उसे फिर से क्यूरेटिव याचिका और दया याचिका दाखिल करने का मौका जुलाई 2021 तक दिया जाए. साथ ही वकील वृंदा ग्रोवर पर मुकेश के ख़िलाफ़ आपराधिक साज़िश रचने और विश्वासघात करने की दफ़ाओं के तहत मुक़दमा चलाया जाए। ये याचिका मुकेश के वकील मनोहर लाल शर्मा ने दाखिल की है. याचिका पर 9 मार्च को सुनवाई हो सकती है।
निर्भया केस के दोषियों के दिल्ली पटियाला हाउस कोर्ट ने गुरुवार (5 मार्च) को डेथ वारंट जारी कर दिया. लेकिन इससे ठीक पहले दोषी मुकेश ने अपना वकील बदल दिया था. गुरुवार को वकील एम. एल. शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस आर भानुमति के सामने मामले को मेंशन किया. वकील ने कहा कि वो मुकेश की तरफ से अपना पक्ष रखना चाहते हैं. कोर्ट ने कहा ता कि दोपहर 3 बजे जब केंद्र सरकार द्वारा दाखिल मामले की सुनवाई होगी तब अपना पक्ष रखें।
निर्भया के गुनहगारों को 20 मार्च को सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दी जाएगी. इससे पहले कोर्ट ने तीन बार डेथ वारंट जारी किया था. लिहाजा इससे पहले दोषियों की फांसी तीन बार टली. दोषी अंतिम समय तक कानूनी पैंतरों का इस्तेमाल करते रहे. लेकिन बुधवार को पवन की दया याचिका राष्ट्रपति द्वारा खारिज किए जाने के बाद चारों दोषियों के सभी कानूनी विकल्प समाप्त हो चुके हैं. ऐसे में 20 मार्च को सुबह 05.30 बजे दी जाने वाली फांसी का रास्ता साफ हो गया है।