दिल्ली

प्रोटेस्ट कर रहे पहलवान सड़क पर ही करने लगे कसरत देखिए क्या हुआ फिर

Anshika
27 April 2023 12:49 PM GMT
प्रोटेस्ट कर रहे पहलवान सड़क पर ही करने लगे कसरत देखिए क्या हुआ फिर
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विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक समेत करीब कई पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। विनेश फोगाट ने कहा कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वह जंतर मंतर पर डटे रहेंगे। वही खाएंगे, वही सोएंगे और वही एक्सरसाइज भी करेंगे भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने जंतर मंतर पर पिछले 4 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रखा है।

विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक समेत करीबन दर्जनों पहलवान ने जंतर मंतर पर विरोध किया बल्कि वह रात में वही सो भी रहे हैं बुधवार की सुबह यह पहलवान सड़क पर ही एक्सरसाइज करते हुए नजर आए यह पहलवान ब्रजभूषण सिंह के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने और उत्पीड़न की जांच के लिए बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग कर रहे हैं।

विनेश फोगाट पहले ही कह चुकी है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो वह सारे पहलवान जंतर-मंतर पर ही रहेंगे वही अपना खाना-पीना करेंगे और वही बिस्तर बिछाएंगे। यही नहीं वह एक्सरसाइज भी वही करेंगे ।इससे पहले मंगलवार को पहलवानों ने मैंट भी लगा रखी थी। धरना दे रहे पहलवानों ने वही अपनी प्रैक्टिस शुरू कर दी पहलवानों का कहना है कि ब्रज भूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में जो एफ आई आर दर्ज की गई थी उस पर जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया है उसको सार्वजनिक करना चाहिए।

इस याचिका पर कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा है इस मामले में शुक्रवार को सुनवाई होगी। उधर पहलवानों के आरोप से जुड़े सवाल पर बृजभूषण सिंह कुछ नहीं बोल रहे हैं उन्होंने कहा कि अगर यह मामला सुप्रीम कोर्ट गया है तो वही फैसला होगा। पहलवानों द्वारा याचिका दायर करने में 7 महिला रेसलर ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की।

वही बजरंग पुनिया ने कहा कि महिला रेसलर की जान को खतरा है। वही रस्लेर का यह भी कहना है कि हम कोई चुनाव के संबंध में यहां नहीं आए हैं और ना ही हम यहां पर राजनीति करने आए हैं, और ना ही हमें विधायक बनना है, सभी रेसलर साथ हैं। जब तक बृजभूषण को सजा नहीं मिल जाती हम धरने से नहीं उठेगे।इसके बाद खेल मंत्रालय ने हस्तक्षेप किया था. मंत्रालय की सिफारिश पर पहलवानों ने अपना धरना खत्म कर दिया था. इस दौरान मंत्रालय की ओर से यौन उत्पीड़न

समेत लगाए गए गंभीर आरोपों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया था. अब तीन महीने बाद रविवार यानी 23 अप्रैल को पहलवानों ने फिर से मोर्चा खोल दिया.

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