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NRC का प्रोविंसन भाजपा नहीं बल्कि कांग्रेस लेकर आयी थी - अमित शाह
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि NRC का प्रोविंसन भाजपा नहीं बल्कि कांग्रेस लेकर आयी थी. 1985 में असम समझौते के अंदर NRC असम में लागू किया जाएगा इसका वादा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी ने किया था.
अमित शाह ने कहा कि मैं इतना पूछना चाहता हूं कि आप पथराव करोगे, आग लगाओगे तो पुलिस एक्शन नहीं लेगी तो क्या करेगी? मैं अभी भी कह रहा हूं कि इसका मेन कारण एक अपप्रचार है जो कांग्रेस और कुछ राजनीतिक दलों ने चलाया है. नागरिकता कानून 1955 के अंदर क्लॉज़ 14A जोड़ा गया, जो 3 दिसंबर 2004 को लागू किया गयाल. उस समय UPA की सरकार थी. भारत सरकार को NRC बनाने की शक्ति क्लॉज़ 14A से ही मिल रही है, जो कांग्रेस पार्टी ही लेकर आयी थी.
अमित शाह ने कहा कि नागरिकता पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हुए वहां की छह अल्पसंख्यकों को जो वहां पर धार्मिक प्रताड़ना का शिकार होकर यहां पर आए हैं. नागरिकता संशोधन बिल में कहीं पर भी किसी की नागरिकाता वापस लेने का प्रावधान है ही नहीं, इसमें नागरिकता देने का प्रावधान है. फिर भी पता नहीं ये लोग भयभीत क्यों है?
उन्होंने कहा कि मैं ऐसा नहीं मानता, कुछ जो रिएक्शन आ रहे हैं उसके दो कारण हैं. कुछ राजनीतिक पार्टियां हिंदू-मुस्लिम के बीच में इससे भेद बनाना चाहती हैं.दूसरा कारण इनके अपप्रचार से भ्रांति खड़ी हुई है. जो इस देश का नागरिक है, उसे डरने की जरूरत नहीं है, इस देश के नागरिक एक भी मुसलमान के साथ अन्याय नहीं होगा, मैं इसका विश्वास दिलाता हूं.