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26 मार्च को पूर्ण भारत बंद के सफल आयोजन में जुटा सयुंक्त किसान मोर्चा
सयुंक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता डॉ दर्शन पाल सिंह ने आज कहा कि सयुक्त किसान मोर्चा अब आगे के कार्यक्रम को और ज्यादा ताकत से सरकार के सामने रखने के लिए जुटा हुआ है.
दर्शन पाल सिंह ने आज कहा कि 26 मार्च को पूर्ण भारत बंद के सफल आयोजन के लिए देशभर में विभिन्न कार्यक्रम किये जा रहे है। कृषि कानूनो के खिलाफ चल रही किसान महापंचायतो में मिक रहे भारी समर्थन से यह स्पष्ट है कि 26 मार्च को पूर्णत भारत बंद रहेगा। मीडिया खबरों पर पुष्टि करते हुए SKM ने कहा है कि 26 मार्च को दिल्ली के अंदर भी भारत बंद का प्रभाव देखा जाएगा।
23 मार्च को शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के शहीदी दिवस पर दिल्ली के आसपास के धरणस्थलों पर युवा कांफ़्रेस होंगी जिसमे देशभर से युवा आ रहे है। किसान मजदूरों के परिवार में जन्मे इन युवाओं का भविष्य अब दांव पर हैं। महिला व पुरुष नौजवान पहले से ही किसान आंदोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। भगत सिंह के विचारों पर चलते हुए युवा इस 23 मार्च को देश के किसानों मजदूरों के हको की लड़ाई लड़ने आ रहे है।
दर्शन पाल सिंह ने आज कहा कि सयुंक्त किसान मोर्चा ने संसदीय समिति द्वारा आवश्यक वस्तु अधिनियम (ईसीएए) को तुरंत लागू किया जाने की कड़े शब्दों में निंदा की है। यह गरीब लोगों की खाद्य सुरक्षा और किसानों के खरीद बढ़ाने की मांग के प्रति असंवेदनशील है। सयुंक्त किसान मोर्चा की मांग है कि ईसीएए व अन्य दो कानूनो को तुरंत निरस्त किया जाए। वह किसानों और गरीब मेहनतकश लोगों से अपील करता है कि वे 3 कानूनों को निरस्त करने और एमएसपी के कानूनी अधिकारों के अपने संघर्ष को तेज करें।
किसान अधिकार यात्रा का ओडिशा के जमुना पोसी क्षेत्र में स्वागत किया गया। ओडिशा में निकाली जा रही इस यात्रा को क्षेत्रीय स्तर पर भारी समर्थन मिल रहा है।
कर्नाटक के शिवमोगा में महापंचायत के बाद, सयुंक्त किसान मोर्चा के नेताओ ने आज कई जगहों पर किसान नेताओ के साथ बैठक की व दक्षिण भारत में इस आंदोलन को तेज करने की रणनीति बनाई। इन बैठकों में मंडी तंत्र को मजबूत करने सम्बधी चर्चाएं हुई।
दर्शन पाल सिंह ने आज कहा कि आज रामनगर उत्तराखंड में संयुक्त किसान मोर्चा की एक महापंचायत आयोजित की गई। प्रमुख वक्ता कीर्ति किसान यूनियन के राजेंद्र सिंह, बाजपुर से श्री जगतार बाजवा, तराई किसान संगठन के तेजेंद्र सिंह विरक और अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के महासचिव डॉ आशीष मित्तल व अन्य थे। आयोजन की पहल समाजवादी लोग मंच व अन्य संगठनो ने की किसान नेताओं ने कहा कि जंगलों व आदिवासियों तक चाहे विकास न पहुँचा हो, पर किसान आंदोलन पहुंच गया है।
21 मार्च को तेलंगाना के जिला सूर्यापेट स्थित वेलिदंडा गाँव में एक रचबंडा (महापंचायत) कार्यक्रम आयोजित किया गया। गुटैया में भी आयोजित महापंचायत मे हज़ारो किसानों ने भाग लिया।
दर्शन पाल सिंह ने आज कहा कि ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के नेता सत्यवान ने मुजफ्फरपुर के साइंस कॉलेज में आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि तीन काले कृषि कानून और बिजली संशोधन बिल 2020 एक ही उद्देश्य से यानी किसानों की खेती और जमीन पर कॉरपोरेट घरानों के कब्जे के लिए बनाए गए। उन्होंने 26 मार्च को संयुक्त मोर्चा के भारत बंद को सफल बनाने का आह्वान किया।महापंचायत में सैकड़ों ट्रैक्टरों पर हजारों किसानों ने हिस्सा लिया जिसमें किसानों के साथ-साथ बड़ी संख्या में महिलाएं एवं खेत मजदूर शामिल थे।
हम हरियाणा की खट्टर सरकार द्वारा वर्तमान विधानसभा सत्र में आंदोलनकारियों से संपत्ति के नुकसान के मुआवजे के बारे में पेश किए गए कानून का विरोध और निंदा करते हैऔर इसके तत्काल रद्द करने की मांग करते हैं।