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जैसा कि सभी जानते हैं कि आज के समय में सरकारी अफसर बनना आसान काम नहीं है लेकिन सरकारी अफसरों की सबकी एक स्टोरी भी होती है. जिसमें उनके पीछे का संघर्ष छुपा होता है जो हमें दिखाई तो नहीं देता है लेकिन हर सरकारी अफसर को अपने वह दिन हमेशा याद रहते हैं. अपने इस पद के पीछे का त्याग उन्हें हमेशा याद रहता है जिसके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं होती है. ऐसा ही कुछ हुआ एसडीएम प्रिया वर्मा के साथ, जिनकी आज सफलता की कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं
प्रिया ने साल 2014 में मध्य प्रदेश में लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की थी और वह पहली बार अफसर बनी थी. इसके बाद उन्हें जब पोस्टिंग मिली तो वह जेलर बनी. साल 2015 में उन्होंने जेलर की पदवी को संभाला. प्रिया वर्मा सोशल मीडिया पर हमेशा ही पढ़ाई और सिविल सेवा से संबंधित पढ़ाई को लेकर कैंडिडेट्स को टिप्स देती रहती हैं. वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं. इंस्टाग्राम पर उनके 200000 से भी ज्यादा फॉलोअर हैं. वहीं फेसबुक पर Priya Verma Dy. Collector नाम के पेज पर 2.7 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर हैं.
प्रिया ने अपने इंटरव्यू में खुद बताया कि वह हर रोज 14 घंटे से भी ज्यादा की पढ़ाई करती थी. प्रिया का जन्म एमपी में एक साधारण परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम महेश किरण है. प्रिया के माता-पिता दोनों चाहते थे कि उनकी बेटी सिविल सेवा में जाए जिसके लिए इनके माता-पिता ने भी दिन रात एक कर दिए. प्रिया ने महज 21 साल की उम्र में डिप्टी कलेक्टर का पद संभाला. प्रिया की सबसे पहली पोस्टिंग भैरवगढ़ जेल में बतौर जेलर हुई थी. इसके बाद साल 2015 में प्रिया का प्रमोशन हुआ और वह डीएसपी बन गई.
हालांकि प्रिया अभी भी पढ़ाई कर रही हैं और वह आईएएस बनना चाहती हैं और वह इसके लिए तैयारी भी कर रही हैं. प्रिया वर्मा ने डीएसपी आशीष पटेल से शादी की है. शादी के बाद उन्होंने अपनी सारी फोटो सोशल मीडिया पर भी शेयर की थी जिसमें उन्होंने लिखा था कि मुझे इस पल का हमेशा से इंतजार था. प्रिया वर्मा शादी के बाद भी सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही हैं और उन्हें अपने ऊपर पूरा भरोसा है कि वह एक दिन आईएस जरूर बन जाएंगी. उनके संघर्ष में उनके पति आशीष पटेल भी उनका पूरा साथ दे रहे हैं.