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Success Story of SDM: एसडीएम संदीप कुमार जिन की कहानी बेहद रोचक है,अपने जीवन में सफलता पाने के लिए आपको एक बार इनके स्टोरी जरूर सुननी चाहिए
SDM Sandeep Kumar: एसडीएम के पद पर सेलेक्ट होने वाले संदीप कुमार की कहानी आज हम आपको बता रहे हैं कि उन्होंने कहां से पढ़ाई की और उनका फैमिली बैकग्राउंड क्या है?
पढ़ाई के बाद हर बच्चा यह सपना देखता है कि वह अपने मां-बाप के सपने को साकार करें और एक बड़ा अधिकारी बने और बच्चों के लिए घर वाले भी सब कुछ करने को तैयार रहते हैं कि उनका बेटा बस बड़ा अधिकारी बन जाए हर माता-पिता अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा देते हैं और बच्चा भी पूरी कोशिश करता है कि वह अपने मां-बाप की उम्मीदों पर खरा उतरे। वह अपनी क्षमता से ज्यादा ही प्रयास करते हैं सिर्फ इस उम्मीद में कि उनके बच्चे का भविष्य संवर जाए.
मनकापुर क्षेत्र के हरनाटायर गांव निवासी संदीप कुमार तिवारी ने पीसीएस 2022 की परीक्षा में प्रदेश में दसवां स्थान हासिल किया है. उनके पिता शिव कुमार तिवारी सिंचाई विभाग में ट्यूबवेल ऑपरेटर पद पर काम कर रहे हैं. साल 2021 में उनका चयन एसीआर कोऑपरेटिव पद पर हुआ था. संदीप ने प्राथमिक शिक्षा स्थानीय सरस्वती ज्ञानमंदिर में हासिल की. 11वीं और 12वीं की पढ़ाई करने अयोध्या के सरस्वती विद्या मंदिर चले गए.
मेरठ के आईएमटी इंजीनियरिंग कॉलेज से साल 2013 में कंप्यूटर साइंस से बीटेक की डिग्री हासिल की. इसके बाद उनके पिता ने उन्हें मोटिवेट किया कि उन्हें सिविल सर्विस की तैयारी शुरू करनी चाहिए। संदीप को पांचवें प्रयास में एसडीएम का पद पाने में सफलता मिली। संदीप के परिवार में माता-पिता के अलावा दो भाई और चार बहने हैं संदीप ने अपनी सफलता का क्रेडिट विशेष तौर पर अपने माता-पिता को दिया.पढ़ाई के बाद हर बच्चा यह सपना देखता है कि वह अपने मां-बाप के सपने को साकार करें और एक बड़ा अधिकारी बने और बच्चों के लिए घर वाले भी सब कुछ करने को तैयार रहते हैं कि उनका बेटा बस बड़ा अधिकारी बन जाए हर माता-पिता अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा देते हैं और बच्चा भी पूरी कोशिश करता है