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जानें क्या है मामला! जज की संदिग्ध मौत पर सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान
धनबाद।धनबाद के जज उत्तम आनंद की संदिग्ध मौत मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले ऑटो ड्राइवर और उसके एक सहयोगी को गिरिडीह से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी धनबाद के जोरापोखर थाना क्षेत्र के डिगवाडीह के रहने वाले है। वही अब जज उत्तम आनंद की संदिग्ध मौत पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया है।
मुख्य न्यायाधीश एन वी रमण और जस्टिस सूर्यकांत की बेंच ने मुख्य सचिव और डीजीपी से एक हफ्ते में रिपोर्ट मांगी। बेंच ने कहा कि देश भर में न्यायिक अधिकारियों पर हमले की कई घटनाएं हुई हैं। हम उनकी सुरक्षा के व्यापक विषय पर सुनवाई करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि हाल ही में अदालत परिसर के अंदर और बाहर न्यायिक अधिकारियों और वकीलों पर हमले के कई मामले सामने आए हैं। ऐसे में न्यायिक अधिकारियों की सुरक्षा के मुद्दों पर विचार करने की जरूरत है।
जानें क्या है मामला
गुरुवार को धनबाद में मार्निंग वॉक के दौरान जज उत्तम आनंद को ऑटो ने कुचल दिया था, गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। जिस तरह घटना को अंजाम दिया गया है उसे साजिश बताया जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि जज उत्तम आनंद सड़क किनारे धीरे-धीरे दौड़ लगा रहे हैं और पीछे से तेज रफ्तार एक ऑटो सड़क पर सीधा चल रहा है और जज के नजदीक आकर वह अपना डायरेक्शन बदल देता है और जज को रौंदते हुए आगे निकल जाता है।
कई हाईप्रोफाइल आपराधिक मामलों की कर रहे थे सुनवाई
हजारीबाग जिले के शिवपुरी मुहल्ला के रहने वाले जज उत्तम आनंद ने छह महीने पहले ही धनबाद में योगदान दिया था। इससे पहले वह बोकारो जिला में पदस्थापित थे। वे बहुचर्चित रंजय सिंह हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे। जबकि तीन दिन पहले ही उन्हांने रांची के होटवार जेल में बंद अमर सिंह के गुर्गे रवि ठाकुर और अभिनव सिंह की जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार सिर में चोट लगने से हुई मौत
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण सिर में चोट लगना बताया गया है। रात में ही जज का पार्थिव शरीर हजारीबाग लाया गया और गुरुवार को अंत्येष्टि की गयी। मृतक के पिता ने इस दौरान बड़ा दावा किया है।