दिल्ली

दो बड़ी समस्या से जूझ रही है दिल्ली उधर मीनाक्षी लेखी ने खोली ये पोल

Shiv Kumar Mishra
29 May 2020 11:09 AM GMT
दो बड़ी समस्या से जूझ रही है दिल्ली उधर मीनाक्षी लेखी ने खोली ये पोल
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आज तक उस पैसे का कोई हिसाब नहीं दिया गया और न ही यह जानकारी दी गई कि किस क्षेत्र में नई पाइपलाइन लगाई गई हैं.

इन दिनों भीषण गर्मी का मौसम चल रहा है. उत्तर भारत में गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है. इसी बीच दिल्ली में लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. सरकारी टैंकर द्वारा सप्लाई किए जा रहे पानी के लिए लोगों की लाइनें लगी हुई हैं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती दिख रही हैं.


दरअसल, दिल्ली में एक तरफ जहां करोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ गर्मी के साथ पानी का संकट भी गहराने लगा है. दिल्ली के कई इलाकों में लोग पानी के लिए जूझते नजर आ रहे हैं. लोगों की तस्वीरें भी सामने आई हैं. दिल्ली में उपजे जल संकट के कारण बीजेपी ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. पानी और टैंकर माफिया के मुद्दे पर नई दिल्ली से बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने केजरीवाल सरकार पर जमकर हमला बोला और गंभीर आरोप लगाए हैं.


दिल्ली में उपजे जल संकट के कारण बीजेपी ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. पानी और टैंकर माफिया के मुद्दे पर नई दिल्ली से बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने केजरीवाल सरकार पर जमकर हमला बोला और गंभीर आरोप लगाए हैं. मीनाक्षी लेखी ने आरोप लगाया कि इंद्रपुरी राजेंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र में पड़ता है जहां से आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा विधायक हैं जो जल बोर्ड के उपाध्यक्ष भी हैं, उनके ही क्षेत्र में पानी की कमी से लोग परेशान हैं.


बीजेपी नेता ने कहा कि नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में भी कई ऐसी बस्तियां हैं जहां पर लोगों को मुफ्त में पानी मिलना चाहिए था लेकिन नहीं मिल रहा है. जिस वजह से अब वहां पर लोगों को टैंकर माफिया को करीब 10,000 रुपये प्रति माह देना पड़ता है तब जाकर उन्हें पानी मिलता है.उनका कहना है कि दिल्ली में कई पॉश कॉलोनी हैं जहां पर कभी भी पानी की किल्लत नहीं होती थी. लेकिन जल बोर्ड द्वारा पानी का लाइन डाइवर्ट करने के बाद से वहां पर भी पानी की दिक्कत शुरू हो गई.


लेखी ने यह भी आरोप लगाए कि पिछले 40-50 दिनों से दिल्ली के लोग पानी टैंकर से पानी खरीद कर पी रहे हैं. जहां लोगों को मुफ्त में पानी मिलना था वहां आज ये नौबत है कि लोग पानी खरीद कर पी रहे हैं. दिल्ली जल बोर्ड के पास पाइप नहीं होना और आर्थिक रूप से कमजोर क्षेत्रों में पानी को बेचना, टैक्सपेयर्स को ही पानी न मुहैया करवाना दिल्ली जल बोर्ड की हालत बता रहा है. लेखी ने कहा कि 2015 में ही पानी की किल्लत को दूर करने के लिए मैंने खुद केंद्र सरकार से 1200 करोड़ फंड लेकर दिल्ली सरकार को मुहैया करवाया था. आज तक उस पैसे का कोई हिसाब नहीं दिया गया और न ही यह जानकारी दी गई कि किस क्षेत्र में नई पाइपलाइन लगाई गई हैं.

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