After effects of covid 19 in India: जबसे भारत में करोना आया है तब से लोगों में और बीमारियां बढ़ने लगी हैं। ऐसे में वर्ल्ड हेल्थ डे पर एक नजर डालते हैं और जानते हैं करोना के बाद कौन से साइड इफेक्ट तेजी से हुए हैं ।After effects of covid 19 in India: देश और दुनिया भर में करोना का कहर ढाया हुआ था। करोना कम जरूर हो गया है लेकिन खत्म नहीं हुआ है। भारत में पिछले 24 घंटे में 5000 मामले फिर से आए हैं अब ऐसी स्थिति में पूरा विश्व स्वास्थ्य दिवस मना रहा है। इसका थीम 'Health for all' तो सवाल ये है कि कोरोना के बाद अब कौन सेहतमंद बचा है। जी हां, दरअसल कोरोना होने के बाद लोगों को कुछ ऐसे साइड इफेक्ट्स हुए हैं जिससे लोग आज भी परेशान हैं। ऐसी स्थिति में आज के डालते हैं एक नजर कोरोना के बाद लोगों को परेशान करने वाली इन बीमारियों पर।
कोरोना के बाद कहर बनी ये बीमारियां-
करोना के बाद लोगों में क्रॉनिक डिजीज काफी तेजी से बढ़ी है। दुनिया भर के लोग इसके बाद कई अंगों के खराब होने या डैमेज होना महसूस कर रहे हैं। यह डैम में सिर्फ फेफड़ों का नहीं बल्कि शरीर और मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है
1. सांस से जुड़ी बीमारियां बढ़ी हैं
करोना के बाद लोगों में सांस से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ी है। यह बीमारियां अस्थमा यानी दमा ही नहीं है बल्कि निमोनिया, लंग इन्फेक्शन, ब्रोंकाइटिस और लंबे समय तक रहने वाला खांसी-जुकाम भी है।
2. बढ़े डायबिटीज रोगी
करोना के बाद जो लोग ठीक हो गए थे वह उस इलाज के कारण डायबिटीज के भी शिकार हो गए हैं। बहुत से मामलों में स्टेरॉयड दवाओं के इस्तेमाल के कारण लोगों में ये दिक्कत बढ़ी है। तो, कुछ लोग खराब लाइफस्टाइल और वर्क फ्रॉम होम की वजह से इस बीमारी के शिकार हो गए हैं।
3. दिल की बीमारियां
करोना के बाद हुई खराब जीवनशैली से लोगों को ब्लड प्रेशर की भी काफी शिकायत हो गई है। हाई ब्लड प्रेशर एक कॉमन बीमारी बन गई है जिसकी वजह से लोगों को दिल का दौरा पढ़ रहा है। करोना के बाद हार्ट अटैक के काफी केस सामने आए हैं और दूसरी बीमारियां भी तेजी से बढ़ी, जिसके वजह से आज कई स्वस्थ लोग दिल के मरीज बन चुके हैं।
4. मानसिक बीमारियां
कोरोना के बाद सबसे बड़े कहर के रूप में मानसिक बीमारियां सामने आई हैं। इसकी वजह से लोगों को ब्रेन फॉग और डिप्रेशन जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद से लोगों में एंग्जायटी डिसऑर्डर (anxiety disorder) भी तेजी से बढ़ा है और कुछ लोगों के जीवन का अब ये एक हिस्सा बन गया है।