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- सोनू सूद को स्टेट आइकन...
सोनू सूद को स्टेट आइकन ऑफ पंजाब पद से हटाया गया, फैंस को लगा झटका
बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद कोरोना काल में देशवासियों के लिए सुपरहीरो की तरह सामने आए हैं। सोनू सूद ने कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान लोगों की खूब मदद की। साथ ही उन्होंने शहर से गांव जा रहे लोगों को अपने घर पहुंचाया। इसके साथ ही सोनू सूद ने लोगों को स्वास्थ्य व्यवस्था भी मुहैया करवाई। उनके इस कदम की हर जगह तारीफ भी हुई। इसी बीच सोनू सूद को एक बड़ा सम्मान दिया गया। बता दें कि अभिनेता सोनू सूद को साल 2020 में चुनाव आयोग ने स्टेट आइकन ऑफ पंजाब के पद से सम्मानित किया गया था लेकिन अब सोनू सूद को इस पद से हटा दिया गया है, इस खबर से सोनू सूद के फैंस को तगड़ा झटका लगा है|
चुनाव आयोग ने लिया फैसला
बता दें कि यह फैसला इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने लिया है कि सोनू सूद अब पंजाब स्टेट आइकन नहीं रहेंगे और इस बात की पुष्टि पंजाब के मुख्य चुनाव ऑफिसर डॉक्टर एस करुणा राजू ने की है। साथ ही उन्होंने बताया कि 4 जनवरी 2021 को सोनू सूद को इस उपाधि से हटा दिया गया है। हालांकि, जब सोनू सूद को ये उपाधि दी गई थी तब खुद चुनाव आयोग ने ट्वीट कर कहा था कि लोगों का असली हीरो अब पंजाब का स्टेट आइकन है- सोनू सूद।
बता दें कि अभिनेता सोनू सूद की बहन मालविका सूद पंजाब की राजनीति में आ चुकी है और अब कयास लगाए जा रहे हैं कि मालविका जल्द ही कोई पार्टी ज्वाइन कर सकती हैं। बता दें कि सोनू सूद ने ही खुद अपनी बहन मालविका की राजनीति पारी की घोषणा की थी। इस बात कि जानकारी देते हुए इस दौरान उन्होंने दावा किया था कि वह अभी राजनीति में नहीं आ रहे हैं और उनका किसी पार्टी के साथ कोई संबंध नहीं है। सोनू सूद के इस एलान के बाद ही चुनाव आयोग ने ये कदम उठाया है।
हालांकि सोनू सूद ने राजनीति में आने से इनकार किया है लेकिन बीते कुछ दिनों में वह कई राजनेताओं से मिल चुके हैं और ये चीज देखकर फैंस भी हैरान हैं। बता दें कि उन्होंने सबसे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी। जिसके बाद सोनू सूद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी, अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल से मिले थे। इसके अलावा, वह कैप्टन अमरिंदर सिंह से भी मिल चुके हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सोनू सूद पंजाब के मोगा जिले से ताल्लुक रखते हैं। सोनू सूद ने लॉकडाउन के दौरान लोगों के खाने और घर पहुंचाने तक की व्यवस्था की थी। उन्होंने हजारों लोगों को अपने घर पहुंचाया था। सोनू सूद को लोगों की मदद करने के लिए संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की तरफ से विशेष मानवीय कार्रवाई पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।