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UP और MP के बाद गुजरात में भी दिखा बुलडोजर, खंभात के हिसंक क्षेत्रों में कार्रवाईUP और MP के बाद गुजरात में भी दिखा बुलडोजर, खंभात के हिसंक क्षेत्रों में कार्रवाई रामनवमी के दिन यानि 11 अप्रैल को मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम और गुजरात ( Gujrat ) में जुलूस के दौरान हिंसक घटनाएं हुई थीं। Khanbhat Violence का असर अब गुजरात के खंभात ( Khambhat )में भी दिखने लगा है। यूपी और एमपी के बाद खंभात में भी शुक्रवार को बुलडोजर चला। गुजरात के खंभात में भी बुलडोजर ( Bulldozer entry, ) का इस्तेमाल उन्हीं क्षेत्रों में हुआ है जहां रामनवमी के दिन हिंसक घटनाएं हुई थीं।
ताजा अपडेट के मुताबिक गुंजरात के खंभात में हिंसा ( Khambhat violence ) से प्रभावित क्षेत्रों में अतिक्रमण को हटाने के लिए इस्तेमाल किया गया है। बुलडोजर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के खिलाफ चला है।
दूसरी तरफ एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ( AIMIM Chief Asaduddin Owaisi) मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकार पर हमला बोलने के बाद अब गुजरात सरकार पर भी हमला बोला है। उन्होंने खंभात में रामनवमी के दिन हिंसा के लिए गुजरात सरकार को जिम्मेदारी ठहराया है।
असदुद्दीन ओवैसी ने ( Asaduddin Owaisi) गुरुवार को कहा था कि गुजरात सरकार खंभात क्षेत्र में एक धार्मिक जुलूस के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही। उन्होंने कहा कि इस मामले स्वतंत्र जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) का आरोप है कि गुजरात सरकार इस हिंसा के लिए जिम्मेदार है और उसे अपनी विफलता को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आखिर कब तक पुरानी कहानियों को सामने लाते रहेंगे? गुंजरात में भाजपा सरकार अपनी अपनी विफलता को स्वीकार करें। उन्होंने कहा कि लोगों ने जुलूस में 50-100 तलवारें लहराईं। यह सब पुलिस की मौजूदगी में किया गया था। क्या सरकार खुद चाहती थी कि वहां हिंसा हो।
एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा कि सरकार को साजिश का पर्दाफाश करना चाहिए था। यदि आपके पास आईबी की रिपोर्ट थी तो आप क्यों सो रहे थे? आपको संभावित पुलिस बल तैनात कर हिंसा रोकना चाहिए था। आप अपने गलत व्यवहार को छिपाने के लिए शाम को कहानियां लाते हैं। हिंसा की ये कहानी अब पुरानी हो गई हैं। कहीं भी हिंसा भड़कती है, तो जिम्मेदारी उस राज्य सरकार की है।
एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा कि सरकार को साजिश का पर्दाफाश करना चाहिए था। यदि आपके पास आईबी की रिपोर्ट थी तो आप क्यों सो रहे थे? आपको संभावित पुलिस बल तैनात कर हिंसा रोकना चाहिए था। आप अपने गलत व्यवहार को छिपाने के लिए शाम को कहानियां लाते हैं। हिंसा की ये कहानी अब पुरानी हो गई हैं। कहीं भी हिंसा भड़कती है, तो जिम्मेदारी उस राज्य सरकार की है।
बता दें कि गुजरात पुलिस ने बुधवार को प्रेसवार्ता करके कहा था कि 10 अप्रैल को रामनवमी के जुलूस के दौरान खंबात में हुई सांप्रदायिक हिंसा (Khambhat Violence) एक पूर्व नियोजित थी। इसके लिए लड़कों को पथराव के लिए बाहर से लाया गया था।