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कांग्रेस का तीसरा विधायक बीजेपी में शामिल, लगातार कांग्रेस को झटके पर झटका
गुजरात में लोकसभा चुनाव 2019 से पहले कांग्रेस पार्टी को एक और झटका लगा है. जामनगर ग्रामीण सीट से कांग्रेस विधायक वल्लभ धारविया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. धारविया ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के गुजरात दौरे और यहां कांग्रेस कार्य समिति की होने वाली बैठक से एक दिन पहले इस्तीफा दिया है. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को सोमवार दोपहर को इस्तीफा सौंप दिया. इससे पहले कांग्रेस विधायक जवाहर चावड़ा और पुरुषोत्तम सबारिया अपना इस्तीफा दे चुके हैं. गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हुए कांग्रेस विधायक जवाहर चावड़ा को शनिवार को कैबिनेट मंत्री बना दिया गया था.
वल्लभ धारविया 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले पांचवें विधायक हैं. इनसे पहले कुंवरजी बावलिया, आशा पटेल, जवाहर चावड़ा और पुरुषोत्तम साबरिया ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था. इस तरह पिछले चार दिनों में कांग्रेस के तीन विधायकों ने इस्तीफा दिया है.
धारविया के इस्तीफे से पहले उनकी पार्टी के पूर्व सहयोगी परषोत्तम सबारिया ने 8 मार्च को ध्रांगधरा विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया था. वह सत्तारूढ़ बीजेपी में शामिल हो गए थे. सबारिया को सिंचाई घोटाले के संबंध में गत वर्ष अक्टूबर में गिरफ्तार किया गया था और गुजरात हाई कोर्ट से उन्हें फरवरी में जमानत मिली थी.
पिछले कुछ महीने में गुजरात में इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायकों की संख्या 5 हो गई है. इन 5 विधायकों के अलावा कांग्रेस ने एक और विधायक गंवा दिया जब भगवान बराड़ को 5 मार्च को सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया. उन्हें अवैध खनन मामले में 2 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी.
पिछले साल जुलाई में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक कुंवरजी बावलिया ने भी इस्तीफा दे दिया था और उन्हें बाद में राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया. वह तब बीजेपी के टिकट पर उपचुनाव जीते थे. पिछले महीने उंझा से पहली बार विधायक बनीं आशा पटेल ने सदन और कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और वह सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल हो गई थीं. बीजेपी के पास अब 182 सदस्यीय विधानसभा में 100 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 71 विधायक हैं.
ठाकोर ने अटकलों को किया खारिज
अन्य पिछड़ा वर्ग के नेता अल्पेश ठाकोर के भी बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं. हालांकि शनिवार को उन्होंने इन अटकलों को खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा कि उनके मुद्दे फिलहाल सुलझ गए हैं. ठाकोर की घोषणा से कांग्रेस ने राहत की सांस ली है. अल्पेश 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस में शामिल हुए थे. उन्होंने लगभग एक पखवाड़ा पहले मुख्यमंत्री रूपानी और गुजरात बीजेपी अध्यक्ष जीतूभाई वाघवानी से मुलाकात कर कांग्रेस नेतृत्व की रातों की नींद उड़ा दी थी.