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हार्दिक पटेल के अनशन का 12 वां दिन: हार्दिक की तबियत बिगड़ी, वजन हुआ 20 किलो कम, डॉ बोले तुरंत भर्ती करो अस्पताल में!
आरक्षण और किसानों की ऋण माफी की मांग को लेकर हार्दिक पटेल के अनशन का आज 12वां दिन है. अनशन पर बैठे हार्दिक पटेल का अबतक 20 किलो वजन कम हो गया है. डाक्टर ने संभावना जताई है कि अगर हार्दिक पटेल अस्पताल में भर्ती नहीं हुए, तो उनके शरीर के कुछ हिस्से डेमेज हो सकते है.
हार्दिक पटेल के स्वास्थ्य को लेकर डॉक्टरों के चिंता जताने के बाद गुजरात सरकार मंगलवार को आगे आयी और पाटीदार नेता को अपना अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल खत्म करने के लिये मनाने का प्रयास किया. मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा ने मुलाकात की. यशवन्त सिन्हा ने मुलाकात के बाद कहा, "हार्दिक पटेल जिन मुद्दों को लेकर अनशन कर रहे हैं, उसका देशभर पर प्रभाव पड़ा है। इन मुद्दों पर हर जगह बात हो रही है."
सरकार के आदेश के बाद हार्दिक पटेल के घर डॉक्टरों की टीम सोमवार को भेजी गई थी. हार्दिक अपने घर पर ही अनशन पर बैठे हैं क्योंकि उन्हें स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार से अहमदाबाद में अनशन की इजाजत नहीं मिली है.हार्टिक पटेल ने कल ट्वीट किया- गांधी के मार्ग पर पिछले ग्यारह दिन से किसानों की क़र्ज़ा माफ़ी और आरक्षण को लेकर चल रहे आंदोलन में किसी भी प्रकार की हिंसा या जानहानि नहीं हुई और हम इसका स्वीकार भी नहीं करेंगे. लेकिन उपवास आंदोलन को बदनाम करने के लिए भाजपा हिंसा जैसी वारदात देनी की तैयारी में हैं,सब चौकन्ने रहे.
हार्दिक पटेल ने ये भी कहा- जनता के आंदोलन को तोड़ने और बदनाम करने भाजपा अब अपना खेल खेलेंगी.गुजरात के किसान और युवाओं से कहता हूँ की हम सब धीरज रखे. पुलिस के सामने संघर्ष में ना उतरे, गांधी के मार्ग पर चले और अधिकार के लिए लड़े, भाजपा और पुलिस हम पर ग़लत मुक़दमे कर डर का माहोल खड़ा करना चाहती है. हम जीत रहे हैं.
हार्दिक पटेल ने कहा कि गुजरात भाजपा सरकार के मंत्री सौरभ पटेल कह रहे है कि हार्दिक पटेल को प्यार से समझाएँगे नहीं समझेंगे तो राजकीय तरीक़े से समझाएँगे. अरे ओ मंत्री यह धमकी देना बंद कीजिएगा,आपके जैसी धमकी पिछले तीन साल से आपकी सरकार के बहुत नेता और अधिकारी दे चुके हैं. जीना मरना भगवान के पास हैं.
बता दें कि हार्दिक पटेल ने पटेल ने ऋण माफी और नौकरियों एवं शिक्षा में ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षण की मांग को लेकर 25 अगस्त से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी.