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अहमदाबाद: कोरोना का डर, अनजानी जगह और बिलकुल नए लोगों के बीच दुबई में फंसे दो बच्चों ने जब अपने नए परिवार के साथ जाने से इनकार कर दिया तो उनकी मदद के लिए तीन देश आगे आए। दरअसल लॉकडाउन को लेकर अनिश्चितता के बीच 9 और 12 साल के दो बच्चे इटली के फ्लोरेंस में रहने वाली फैमिली के साथ बसने की कोशिश कर रहे थे। इस परिवार ने गुजरात की एक अडॉप्शन एजेंसी से दोनों बच्चों को गोद लिया था। हालांकि 12 मार्च को मुंबई से उड़ान भरने के बाद लॉकडाउन की वजह से वे दुबई में चार हफ्ते से भी अधिक समय तक फंसे रहे।
अनजाने देश में इतने लंबे समय तक रुकने से दोनों बच्चों के मन में नए परिवार के साथ अडजेस्ट होने को लेकर आशंकाएं पैदा होने लगी। उन्होंने इटली जाने से इनकार कर दिया। इसके बाद काउंसलर की मदद से बच्चों के मन की दुविधा दूर करने की कोशिश की गई। साथ ही तीन देशों (भारत, यूएई और इटली) ने मिलकर दुबई में फंसे परिवार को निकालकर सकुशल इटली वापसी कराई।
जहां एक ओर बच्चों की काउंसलिंग की गई वहीं पैरंट्स को कहा गया कि वे अपने परिवार के नए सदस्यों के ऊपर ज्यादा से ज्यादा ध्यान दें जिसका नतीजा यह हुआ कि चीजें धीरे-धीरे पटरी पर आने लगीं। दिल्ली में सेंट्रल अडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (कारा) ने बच्चों की गुजराती में काउंसलिंग की और दुबई के काउंसलर को भी बातचीत में शामिल किया। दुबई में रहने के लिए परिवार को वीजा भी जारी कर दिया गया।
कारा के सीईओ दीपक कुमार ने बताया, 'हमारे विशेष काउंसलर ने बच्चों और उनके नए पैरंट्स के बीच रिश्ता बनाने की कोशिश की। काउंसलिंग और बच्चों के साथ पैरंट्स के बिताए वक्त का असर धीरे-धीरे दिखने लगा और बच्चे आखिरकार अपने नए घर जाने को तैयार हुए।'
कमर्शल फ्लाइट का संचालन बंद होने की वजह से परिवार को वापस देश लाने के लिए इटली सरकार ने 18 अप्रैल को प्राइवेट जेट की व्यवस्था की।
इटली में फॉरेन अडॉप्शन एजेंसी की कोऑर्डिनेटर सेरेना अलफेयर ने कहा कि वे परिवार से लगातार संपर्क में हैं। अलफेयर ने बताया, 'बच्चे अब नए घर में घुल-मिल रहे हैं और वीडियो कॉल पर उनसे बात भी हो रही है।' कारा के सीईओ इस केस को दुर्लभ मामलों में से एक मानते हैं जहां पूरी प्रक्रिया में तीन देश- भारत, यूएई और इटली साथ आए। इस दौरान कई चुनौतियां भी देखने को मिलीं।
उन्होंने बताया कि गोद लेने वाले कुछ पैरंट्स बच्चों के साथ लॉकडाउन के पहले से भारत में फंसे हुए हैं और मदद के लिए कारा के पास पहुंच रहे हैं। वे देश छोड़ने के लिए एग्जिट वीजा की मांग कर रहे हैं। ऐसे में कारा ने फॉरेन रिजनल रजिस्ट्रेश ऑफिस के साथ कॉर्डिनेशन करके यूएस, इटली और मालटा जाने के लिए 5 एग्जिट वीजा जारी किए। इन्हें उनके देशों द्वारा भेजे गए विशेष विमानों से ले जाया गया।