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नरोदा गाम केस: कोर्ट में शाह ने कहा कि कोडनानी उस वक्त विधानसभा में मौजूद थी, शाह की गवाही

आनंद शुक्ल
18 Sept 2017 2:46 PM IST
नरोदा गाम केस: कोर्ट में शाह ने कहा कि कोडनानी उस वक्त विधानसभा में मौजूद थी, शाह की गवाही
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अमित शाह ने कहा कि मैं 28 फरवरी को सुबह 7:15 बजे अपने आवास से विधानसभा के लिए निकला था। सदन की कार्यवाही सुबह 8:30 बजे आरंभ होनी थी. वहां अध्यक्ष के साथ विधानसभा के सभी सदस्य सदन में मौजूद थे। माया कोडनानी भी विधानसभा में उपस्थित थीं।

साल 2002 में नरोदा गाम दंगा मामले में अमित शाह यहां कोडनानी के पक्ष में गवाही देने पहुंचे। जानकारी के अनुसार कोर्ट में शाह ने कहा कि कोडनानी उस वक्त विधानसभा में मौजूद थी। अमित शाह ने कहा कि मैं 28 फरवरी को सुबह 7:15 बजे अपने आवास से विधानसभा के लिए निकला था। सदन की कार्यवाही सुबह 8:30 बजे आरंभ होनी थी. वहां अध्यक्ष के साथ विधानसभा के सभी सदस्य सदन में मौजूद थे। माया कोडनानी भी विधानसभा में उपस्थित थीं। उन्होंने बताया कि गोधरा ट्रेन कांड में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि दी गयी थी।

सुप्रीम कोर्ट ने तीन सप्ताह पहले विशेष एसआईटी अदालत से कहा कि वह मामले की सुनवाई चार महीने के भीतर पूरी करे। तत्कालीन प्रधान न्यायमूर्ति जेएस खेहर की अध्यक्षता वाली पीठ ने निचली अदालत से कहा कि वह दो महीने के भीतर गवाहों का बयान दर्ज करने का काम पूरा करे। नरोदा गाम मामला 2002 में हुए नौ बड़े सांप्रदायिक दंगों के मामलों में से एक है जिनकी जांच सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष जांच दल ने की है।

कौन हैं? माया कोडनानी

माया कोडनानी उस वक्त की गुजरात सरकार में महिला और बाल विकास मंत्री थीं। नरोदा गाम में हुई 11 लोगों की मौत के मामले वे मुख्य आरोपी हैं। 2009 में उन्हें अरेस्ट किया गया था। अभी वे जमानत पर हैं। माया डॉक्टर हैं। उनके पिता आरएसएस से जुड़े थे। 1995 में माया ने अहमदाबाद शहरी निकाय का चुनाव लड़कर पॉलिटिक्स में एंट्री ली थी। 1998 में पहली बार विधायक बनी थीं।

ये है मामला

गोधरा ट्रेन अग्निकांड के एक दिन बाद 28 फरवरी, 2002 को नरोदा गाम में 11 मुसलमानों को मार डाला गया था। इस मामले में कुल 82 लोगों के खिलाफ सुनवाई हो रही है। कोडनानी को नरौदा पाटिया दंगा मामले में दोषी करार देते हुए 28 साल कैद की सजा सुनायी गयी है।

दोषी करार दी जा चुकी हैं? माया

माया को दंगों में 97 लोगों की मौत से जुड़े नरोदा पाटिया केस में दोषी करार दिया जा चुका है। 28 साल की सजा हुई है। 2008 में सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) बनाई थी। 29 अगस्त 2012 को स्पेशल कोर्ट ने 32 लोगों को दोषी करार दिया था और 29 को सबूतों की कमी के चलते बरी कर दिया था। दोषी करार दिए गए लोगों में माया कोडनानी भी शामिल थी। बजरंग दल के बाबू बजरंगी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।

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