Archived

गुजरात चुनाव के रैलियों में पाक करा सकता है हमला, सुरक्षा एजेंसियां हुई अलर्ट

आनंद शुक्ल
27 Oct 2017 12:21 PM IST
गुजरात चुनाव के रैलियों में पाक करा सकता है हमला, सुरक्षा एजेंसियां हुई अलर्ट
x
नवंबर 2008 में मुंबई पर हमला करने के लिए आतंकियों ने मछली मारने वाले जलयान एमवी कुबेर को हाइजैक कर लिया था। इसके बाद से ही प्रशासन ने मछुआरों को यूआईडी और बायोमैट्रिक कार्ड जारी करना शुरू किया था।

नई दिल्ली: भारतीय खुफिया एजेंसी को सूचना मिली है कि पाकिस्तानी आतंकी गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान मुंबई हमले जैसे एक बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की फिराक में हैं। पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का अंदेशा होते ही भारत की सभी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। दो दिन पहले ही पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी ने अतंरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय मछुआरों की नाव पकड़ी थी। उन्होंने मछुआरों को तो चेतावनी देकर छोड़ दिया, लेकिन उनके बायोमीट्रिक कार्ड और कुछ जरूरी दस्तावेज अपने पास रख लिए हैं।

ऐसे में पाकिस्तान एजेंसी आईएसआई समुद्र के रास्ते से आतंकियों को गुजरात भेज सकती है और हमला करवा सकती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी मैरीटाइम सिक्योरिटी एजेंसी ने इसी सप्ताह पोरबंदर से भारतीय मछुआरों की चार नौकाएं जब्त की थी। साथ ही उनके विशिष्ट पहचान उपकरण और पहचान पत्र भी छीन लिए थे।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के ही रहने वाले हैं और उम्मीद है कि वे राज्य के हर हिस्से में प्रचार के लिए जाएंगे. यूपी के सीएम योगी के भी गुजरात के द्वारका सहित तटीय इलाकों में कुछ रैलियां करने की योजना है। सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तानी एजेंसियों ने इससे पहले भी इंटरनेशनल बॉर्डर पर मछुआरों की नौकाएं जब्त की हैं, लेकिन शायद ही कभी गहरे समुद्र में यूआईडी और पहचान पत्र छीना हो।

नवंबर 2008 में मुंबई पर हमला करने के लिए आतंकियों ने मछली मारने वाले जलयान एमवी कुबेर को हाइजैक कर लिया था। इसके बाद से ही प्रशासन ने मछुआरों को यूआईडी और बायोमैट्रिक कार्ड जारी करना शुरू किया था।

यूआईडी के होने से मैरीटाइम सिक्योरिटी एजेंसियों को मछुआरों की पहचान करने में आसानी होती है। हर दिन मछली मारने के उद्देश्य से लाखों नौकाएं समुद्र में जाती हैं और वापस पोर्ट पर लौट आती हैं।

खुफिया एजेंसियों ने गुजरात के तटीय इलाकों में अलर्ट जारी किया है और इस मामले पर पाकिस्तानी मैरीटाइम सिक्योरिटी एजेंसी के साथ बात होगी। नौकाओं और मछुआरों को दिए जाने वाले बायोमैट्रिक कार्ड के जरिए मरीन पुलिस और मत्स्य विभाग नौका और मछुआरों की पहचान कर लेते हैं।

Next Story