उलझी मर्डर मिस्ट्री: 30 एमजी अल्कोहल से नहीं हो सकती विक्रम लांबा की मौत तो बीके हस्पताल की डॉक्टर ने कैसे लिखा!
अब बात आती है पोस्टमार्टम रिपोर्ट की तो विक्रम के परिजन बता रहे हैं कि विक्रम की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 23 मिलीग्राम अल्कोहल की मात्रा पाई गई थी। जबकि फरीदाबाद के सरकारी हस्पताल बादशाह खान की MO बिशनबती चौहान की रिपोर्ट के अनुसार खून में 23 मिलीग्राम अल्कोहल की मात्रा पाई गई जिसकी वजह से ह्रदय गति रुक गयी और विक्रम की मौत हो गयी, जबकि चिकित्सीय राय है कि इतनी कम मात्रा में शराब का सेवन करने से किसी की मौत नहीं हो सकती। यह राय भी बीके हस्पताल के डॉक्टर्स ने ही लिखित रूप में दी है। और जब ह्रदय की जाँच होने के लिए सैंपल गुरुग्राम के भौंडसी गए और वहाँ ह्रदय की सभी एंगल्स से जाँच की गई तो उसमें ह्रदय बिल्कुल सही पाया गया उसमें कोई दिक्कत नहीं हुई, औऱ दूसरी ह्रदय की रिपोर्ट पीजीआई रोहतक से आई जिसमें दिल को बिल्कुल सही बताया गया और डॉक्टर्स ने लिखित रूप से दिया कि ह्रदय गति नहीं रुकी थी,ह्रदय बिल्कुल सही था, ह्रदय को कोई नुकसान नहीं था फिर अब सवाल यहाँ पर ये उठता है कि फिर बीके अस्पताल की MO बिशनबती चौहान ने शराब को कारण मानकर ह्रदय गति रुकने की वजह से मौत हो जाना कैसे बता दिया उन्होंने ये मौत की वजह कैसे लिख डाली । जबकि दूसरी ह्रदय की रिपोर्ट्स में साफ साफ लिखा है कि ह्रदय बिल्कुल सही था।
विक्रम के परिजन बीके अस्पताल की डॉक्टर पर लगा रहे हैं मिलीभगत के आरोप।
जबकि विक्रम के परिजन सीएम विंडो से लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय तक शिकायत कर चुके हैं फिर भी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और पीड़ित परिवार को अंजाम भुगतने व जान से मारने की लगातार धमकी दे रहे हैं। परिजन अब सरकार से न्याय कि गुहार लगा रहे हैं कि उनको न्याय मिले और हत्यारोपी और डॉक्टर झूटी रिपोर्ट बनाने के मामले में जेल जाये।