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जल्द सड़कों पर ट्रक दौड़ाती दिखेगी गुड़गांव की गीता वोहरा, ले रही हैं ट्रेनिंग
नई दिल्ली
एक दिन अपने सोशल मीडिया अकाउंट की फीड स्क्रॉल करते हुए गायत्री वोहरा की नजर एक कोट पर पड़ी, जो उनके दिमाग में अच्छी तरह से बैठ गया। कोट था- 'रियल वुमन ड्राइव देयर ओन ट्रक्स!' इस फील गुड वाक्य ने उनके जहन में जैसे पक्की जगह बना ली। 47 साल की गीता ने पिछले महीने भारी वाहन चलाने की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी है। हेवी मोटर वीइकल का लर्निंग लाइसेंस पाने के सोमवार सुबह गीता ट्रेनिंग ग्राउंड में बड़ी तेजी से बस चलाती दिखीं, स्टीयरिंग व्हील के पीछे बैठी गीता तेजी से गेयर बदलतीं और वाहन दौड़ाती दिखीं। यहां 100 से ज्यादा ट्रेनी हैं, जिनमें गीता अकेली महिला हैं। उन्हें भारी वाहन चलाता देख सभी ट्रेनी पुरुष उनके साथ सेल्फी लेने के लिए उत्सुक रहते हैं। गीता कहताी हैं, 'मैं ट्रकों के प्रति शुरू से ही आकर्षित थी लेकिन मैंने नहीं सोचा था कि मैं किसी दिन ट्रक चलाऊंगी। धीरे-धीरे मेरा क्रेज बढ़ा और मैंने एचएमवी लाइसेंस के लिए कोशिश शुरू कर दी।'गीता अनुभव साझा करते हुए बताती हैं कि जिस दिन वह लाइसेंस के लिए अपना आवेदन पत्र जमा करवाने पहुंचीं, उन्होंने पाया कि फॉर्म में 'डॉटर ऑफ' का ऑप्शन ही नहीं है, क्योंकि महिलाएं कमर्शल वाहन लाइसेंस के लिए बेहद कम अप्लाई करती हैं। शुरुआत में ट्रेनिंग सेंटर में सब उनपर फब्तियां कसते थे और अजीब नजरों से देखते थे लेकिन बाद में लोग उनका सम्मान करने लगे। उन्होंने ओल्ड गुड़गांव की सड़कों पर आसानी से भारी वाहन चलाया।गीता के पति शहर की एक टेक कंपनी में सीएफओ हैं और उनका खासा सपॉर्ट करते हैं। वह कहती हैं, 'हर सुबह मेरे पति कहते हैं कि वह दिन दूर नहीं जब मैं तुम्हें सड़क किनारे किसी ढाबे पर देखूंगा, हाथ में बीड़ी होगी और ट्रक पास में पार्क किया हुआ होगा।' गीता की 19 साल की बेटी और 15 साल का बेटा, दोनों उनका सपॉर्ट करते हैं और मां के इस शौक को लेकर खुश हैं।
पिछले कुछ वर्षों के दौरान गीता 7 रोड ट्रिप कर चुकी हैं, जो उन्होंने अपने परिवार के साथ कीं। उन्हें उम्मीद है कि वह 8 पहियों वाले वाहन से गोल्डन क्वॉड्रिलेटरल की 6,000 कि
किलोमीटर की ट्रिप करेंगी, जिसके लिए वह स्पॉन्सरों की तलाश में हैं।
Anamika goel
Never Give Up..