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IAS अफसर रानी नागर का इस्तीफा, पिछले दिनों जान का बताया खतरा, इस्तीफे की बताई ये वजह
हरियाणा कैडर की IAS अधिकारी रानी नागर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इसकी प्रति अपने फेसबुक अकाउंट पर भी डाली है। रानी नागर ने पिछले माह 23 अप्रैल को एक वीडियो जारी कर कहा था कि उन्हेंं और उनकी बहन की जान को खतरा है, इसलिए उन्हें सुरक्षा दी जाए। तब भी रानी ने अपने त्यागपत्र का मुद्दा उठाया था। सोशल जस्टिस एंड एंपावरमेंट डिपार्टमेंट में एडिशनल डायरेक्टर पद पर तैनात रानी नागर ने लिखा था कि वह लॉकडाउन खुलने के बाद इस्तीफा देंगी। रानी गाजियाबाद जाना चाहती थी।
अपने फेसबुक अकाउंट पर आज रानी नागर ने लिखा, "मैं रानी नागर पुत्री श्री रतन सिंह नागर निवासी ग़ाज़ियाबाद गांव बादलपुर तहसील दादरी ज़िला गौतमबुद्धनगर आप सभी को सूचित करना चाहती हूं कि मैंने आज दिनांक 04 मई 2020 को आइएएस के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। मैं व मेरी बहन रीमा नागर माननीय सरकार से अनुमति लेकर चंडीगढ़ से अपने पैतृक शहर ग़ाज़ियाबाद वापस जा रहे हैं। हम आपके आशीर्वाद व साथ के आभारी रहेंगे।"
गत माह जब रानी नेे त्यागपत्र देने की घोषणा की थी तो सोशल मीडिया पर यह मुुुुुुद्दा छा गया था। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर रानी का उत्पीडऩ करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी।
23 अप्रैल को ये लिखा था फेसबुक पर
रानी के पक्ष में मायावती के खड़े होने और सोशल मीडिया पर रानी को मिल रहे युवाओं के समर्थन से हरियाणा सरकार भी असहज हो रही थी। केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर पर भी कई गुर्जर सांसदों ने इस मामले में हस्तक्षेप करने का दबाव बनाया था। गुर्जर नेे कहा था कि रानी बिटिया के साथ नाइंसाफी नहीं होने दी जाएगी। हालांकि गुर्जर के ट्वीट के बाद रानी ने ट्वीट कर कहा था कि यह भी सत्य है कि उन्हें व उनकी बहन को चंडीगढ़ में कोई सुरक्षा नहीं मिली है।