स्वास्थ्य

अथ श्री डिप्रेशन कथा की पहली सीरीज: कथा है यह महेश भट्ट की, हाउस ऑफ हॉरर, दाऊद इब्राहिम, आईएसआई, मुंबई ब्लास्ट, 26/11 अटैक... और सुनंदा पुष्कर की

अथ श्री डिप्रेशन कथा की पहली सीरीज: कथा है यह महेश भट्ट की, हाउस ऑफ हॉरर, दाऊद इब्राहिम, आईएसआई, मुंबई ब्लास्ट, 26/11 अटैक... और सुनंदा पुष्कर की
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कट्टर मुस्लिम छवि और बेहद संगीन आरोपों में घिरे इन्हीं डॉक्टर युसुफ को 2009 में महाराष्ट्र सरकार ने फोरेंसिक सायेकेट्रित्स्ट अपॉइंट कर रखा था।

कथा है यह महेश भट्ट की, हाउस ऑफ हॉरर, दाऊद इब्राहिम, आईएसआई, मुंबई ब्लास्ट, 26/11 अटैक... और सुनंदा पुष्कर की !!!

- रक्तरंजित इतिहास की किसी प्राचीन महागाथा की तरह ही है बॉलीवुड से राजधानी दिल्ली तक फैली है डिप्रेशन के नाम पर जा रही तमाम होनहारों की जान की यह शर्मनाक मगर बेहद उलझी हुई कहानी

- सुशांत की मौत की जांच सीबीआई से न कराने और इसे आत्महत्या साबित करने की महाराष्ट्र सरकार की मजबूरी के पीछे है राजनीतिक वजह, एनसीपी के कद्दावर नेता भी हैं इस गाथा के सबसे अहम किरदार महेश भट्ट के साथी और महत्वपूर्ण किरदार

- मुम्बई में 90 के दशक में फिल्म अभिनेता राज किरण के डिप्रेशन से शुरू होकर 2020 में सुशांत के डिप्रेशन तक आ पहुंचने वाली कई और हैरतअंगेज मगर दुखद घटनाओं में फिलहाल महेश भट्ट ही नजर आ रहे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सभी से जुड़े

-खुद महेश भट्ट की दूसरी पत्नी सोनी राजदान से जन्मी उनकी बेटी और अलिया भट्ट की बड़ी बहन शाहीन भट्ट भी हैं डिप्रेशन की शिकार

-करण जौहर, आदित्य चोपड़ा, सलमान खान, रणवीर सिंह, आदित्य पंचोली और साजिद नाडियाडवाला भी हैं इसी कहानी में एक-दूसरे से जुड़े बेहद अहम किरदार

- बॉलीवुड ही नहीं, हर पार्टी के नेता, पुलिस, मीडिया और वकील/ कोर्ट तक में कई लोगों पर लगता रहा है, इस मौतों को पाकिस्तान में बैठकर तय करने वाले दाऊद गिरोह से सांठगांठ का आरोप

- शायद इसीलिए पुलिस तो क्या सीबीआई भी नहीं जोड़ सकी बेहद उलझी हुई कड़ियों वाली इस महागाथा में जिया खान की मौत की जांच के बाद भी सारी कड़ियाँ

डिप्रेशन का हाउस ऑफ हॉरर

-मुंबई में डिप्रेशन के नाम पर भायखूला में मसीना हॉस्पिटल के भीतर 'हाउस ऑफ हॉरर' चलाने वाले ताकतवर डॉक्टर युसुफ मैंचेसवाला से है भट्ट का 90 के दशक से है बहुत ही पुराना और गहरा याराना

- यहां इसे हाउस ऑफ हॉरर इसलिए लिखा जा रहा है क्योंकि 2011 में महाराष्ट्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग की पांच सदस्यीय एक कमेटी ने डॉक्टर युसुफ के इसी हस्पताल की बड़ी तादाद में मिलने वाली गंभीर शिकायतों के बाद जांच में इसे यही नाम दिया था

- कमेटी ने इस हस्पताल को तत्काल बंद करने का आदेश दिया था क्योंकि उसने जांच में पाया था कि डिप्रेशन के इलाज के नाम पर सैकड़ों की तादाद में लोगों को इस अस्पताल में जबरन रखा गया था। यही नहीं, उन सभी को गलत और प्रतिबंधित दवाएं भी दी जा रही थीं। कमेटी ने डॉक्टर का लाइसेंस तक रद्द करने की संस्तुति की थी।

- लेकिन डॉक्टर की ताकत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आज नौ बरस बाद भी डॉक्टर का कोई बाल भी बांका नहीं कर सका है।

- कट्टर मुस्लिम छवि और बेहद संगीन आरोपों में घिरे इन्हीं डॉक्टर युसुफ को 2009 में महाराष्ट्र सरकार ने फोरेंसिक सायेकेट्रित्स्ट अपॉइंट कर रखा था।

- मुंबई के ग्लैमर जगत के एक और बड़े नाम पीटर मुखर्जी की पत्नी इंद्राणी बोरा द्वारा इसी डॉक्टर की बताई हुई डिप्रेशन की दवाएं देकर अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या करने और अन्य दो बच्चों को जबरन अपने हस्पताल में कैद रखकर उन्हें इलाज के नाम पर उनकी भी हत्या करने की कोशिश में इंद्राणी की मदद करने का लग चुका है डॉक्टर पर आरोप

- देशभर में सनसनी मचा देने वाले इस हत्याकांड में इंद्राणी समेत कइयों के जेल जाने के बावजूद महाराष्ट्र की राज्य सरकारों में ताकतवर पदों पर रहने वाले डॉक्टर को इस आरोप समेत इसी तरह दर्जनों गंभीर आरोपों से लगातार मिलती रही है क्लीन चिट

- डॉक्टर युसुफ की यही हत्यारी क्लाइंट इंद्राणी मुखर्जी के अपनी बेटी को मार डालने के केस में 2015 में कई अहम रहस्योदघाटन करने वाले डीएनए के वरिष्ठ पत्रकार सौमित सिंह ने मुकदमे और धमकियों से परेशान होकर मुंबई से दिल्ली शिफ्ट किया। वहां उसने mumbaiwalla.com नाम से एक वेब साइट और फेसबुक पेज शुरू किया। लेकिन 2016 में अचानक दो दिन के लिए वह लापता हो गया। मिलने पर वह मानसिक रूप से विक्षिप्त अवस्था में मिला। फिर कुछ समय बाद उसकी लाश घर में पंखे से लटकी हुई मिली। उसके केस में भी यही माना गया कि नौकरी छूट जाने व वेब साइट न चल पाने के डिप्रेशन के कारण उसने आत्महत्या कर ली।

अगली सीरीज की कहानी अगले दिन क्रमशः

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