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फेफड़े में जम रहा प्रदूषण, आपका यह जानना है जरूरी
गाजियाबाद: केंद्र सरकार देश से टीबी को उखाड़ फेंकना चाहती है, लेकिन बढ़ते प्रदूषण के कारण इस पर पानी फिरता नजर आ रहा है. प्रदूषण की वजह से जिले में टीबी मरीजों की संख्या वृद्धि रुकने का नाम नहीं ले रही है. डॉक्टरों का कहना है कि पिछले 4 महीनों में 300 से ज्यादा नए मरीज सामने आए हैं. जिनका उपचार शुरू हो गया है.
सरकारी अस्पतालों में रोजाना 200 से 300 मरीज सांस लेने में परेशानी और लगातार खांसी रहने की शिकायत लेकर आ रहे हैं. गौरतलब है कि डब्ल्यूएचओ ने टीवी को पूरी तरह से खत्म करने के लिए 2030 तक लक्ष्य तय किया है, जबकि सरकार ने 2025 निर्धारित किया है. इसके तहत टीवी के सभी मरीजों की तुरंत जांच, बेहतर उपचार की व्यवस्था मुहैया कराई जा रही है.
डॉ. आर.सी. गुप्ता का कहना है कि प्रदूषण फेफड़े में जम जाता है, जिससे होती है. प्रदूषण ज्यादा समय तक जमा रहे तो टीबी के लक्षण बनते हैं.