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जानें डायबिटीज के शुरुआती लक्षण में क्या होता है बदलाव
नई दिल्ली। आजकल के लाइफस्टाइल में अनियमित जीवनशैली के चलते लोग बीमारी का शिकार हो रहे है. डायबिटीज (मधुमेह) ऐसा रोग है जो अधिकतर लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही है. डायबिटीज को धीमी मौत भी कहा जाता है. यह है एक ऐसी बीमारी है जो शरीर में एक बार होने के बाद जीवनभर साथ नहीं छोड़ती है. मधुमेह पहले चालीस की उम्र के बाद ही होती थी लेकिन बदलते लाइफस्टाइल के चलते बच्चों में भी डायबिटीज होना चिंता का विषय है।
डायबिटीज के कारण
हमारे शरीर में जब इंसुलिन कम हो जाता है तो खून में ग्लूकोज बढ़ जाता है. इसी कारण डायबिटीज हो जाता है. शरीर में ग्लूकोज का बढ़ना शरीर के विभिन्न अंगो को नुकसान पहुंचाता है. इंसुलिन हमारे शरीर में शुगर की मात्रा को कंट्रोल करता है. मधुमेह रोग महिलाओ की अपेक्षा पुरुषों में अधिक होता है. डायबिटीज होने का सबसे बड़ा कारण वंशानुगत और अनियमित जीवनशैली है.
वंशानुगत के कारण टाइप 1 डायबिटीज होता है. टाइप 1 मधुमेह उन लोगों को होता है जिनके परिवार में माता-पिता, दादा-दादी में से किसी को भी डायबिटीज हो तो परिवार के अन्य सदस्यों को भी ये बीमारी होने की संभावना रहती है अनियमित जीवनशैली के कारण टाइप 2 डायबिटीज होता है. इस श्रेणी के अंतर्गत वह लोग आते है जो शारीरिक श्रम कर करते हैं, समय पर नींद ना लेने पर, अनियमित खानपान, फास्ट फूड और अधिक मीठा खाने की वजह से डायबिटीज होने की संभावना बढ़ जाती है।
डायबिटीज के कारण
यह तो आप जानते ही होंगे कि हमारे शरीर की पेंक्रियाज ग्रंथी के ठीक से काम ना करने या फिर पूरी तरह से बेकार होने से डायबिटीज हो जाती है। हालांकि डायबिटीज होने के और भी कई कारक है लेकिन पेंक्रियाज ग्रंथी इसका सबसे बड़ा कारण है।
1. डायबिटीज के कारण इंसुलिन के कम निर्माण से रक्त में शुगर अधिक हो जाती है क्योंकि शारीरिक ऊर्जा कम होने से रक्त में शुगर जमा होती चली जाती है जिससे कि इसका निष्कासन मूत्र के जरिए होता है। इसी कारण डायबिटीज रोगी को बार-बार पेशाब आता है।
2.दरअसल पेंक्रियाज ग्रंथी से तरह-तरह के हार्मोंस निकलते हैं, इन्हीं में से हैं इंसुलिन और ग्लूकान। इंसुलिन हमारे शरीर के लिए बहुत उपयोगी है। इंसुलिन के जरिए ही हमारे रक्त में, हमारी कोशिकाओं को शुगर मिलती है यानी इंसुलिन शरीर के अन्य भागों में शुगर पहुंचाने का काम करता है।
3. डायबिटीज के होने के और भी कारण है। यह अनुवांशिक भी होती है। यदि आपके परिवार के किसी सदस्य मां-बाप, भाई-बहन में से किसी को है तो भविष्य में आपको भी डायबिटीज होने की आशंका बढ़ जाती है।
4. इंसुलिन द्वारा पहुंचाई गई शुगर से ही कोशिकाओं या सेल्स को एनर्जी मिलती है। डायबिटीज का कारण है इंसुलिन हार्मोंन का कम निर्माण होना। जब इंसुलिन कम बनता है तो कोशिकाओं तक और रक्त में शुगर ठीक से नहीं पहुंच पाती जिससे सेल्स की एनर्जी कम होने लगती है और इसी कारण से शरीर को नुकसान पहुंचने लगता है। जैसे- बेहोशी आना, दिल की धड़कन तेज होना इत्यादि समस्याएं होने लगती हैं।
5. आपका समय पर ना खाना, बहुत अधिक जंकफूड खाना या आपका मोटापा बढ़ना भी डायबिटीज का मुख्य कारक है। आपका वजन बहुत बढ़ा हुआ है, आपका बीपी बहुत हाई है और कॉलेस्ट्रॉल भी संतुलित नहीं है तो आपको डायबिटीज हो सकता है। बहुत अधिक मीठा खाने, नियमित रूप से बाहर का खाना खाने, कम पानी पीने, एक्सरसाइज ना करने, खाने के बाद तुरंत सो जाने या ज्यादा समय तक लगातार बैठा रहना इत्यादि कारण भी डायबिटीज को जन्म दे सकते हैं।
वर्तमान में बच्चों में होने वाली डायबिटीज का मुख्य कारण उनका रहन-सहन और खानपान है। इसके साथ ही शारीरिक रूप से निष्क्रियता भी बच्चों को डायबिटीज की और अग्रसर कर सही है। यदि आप चाहते हैं कि आप और आपका परिवार डायबिटीज से बचें तो उसके लिए हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाना जरूरी है। जिसमें एक्सरसाइज और हेल्दी फूड को खास प्राथामिकता दें।
डायबिटीज के लक्षण
1. बार बार पेशाब का आना : डायबिटीज के कारण शरीर में ब्लड शुगर बढ़ जाता है, जिसकी वजह से बार- बार पेशाब आने लगता है.
2. ज्यादा प्यास लगना: शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ने की वजह बार बार पेशाब आता है जिसकी वजह से काफी प्यास लगती है.
3. आंखों की रोशनी कम होना: शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ने के कारण आंखों के पर्दो को नुकसान होता है.
4. चक्कर आना: डायबिटीज के कारण थकावट की वजह से चक्कर आने लगते है, ऐसे में शुगर होने की संभावना अधिक हो जाती है
5. चिड़चिड़ापन: स्वाभाव में अचानक से चिड़चिड़ापन आने लगे तो यह डायबिटीज का लक्षण हो सकता है. ऐसे में इंसान का किसी भी काम में मन नहीं लगता है.
6. लगातार भूख लगना : शरीर में शुगर लेवल बढ़ने से बार बार भूख लगती है. अगर आप ज्यादा खाना खा रहे है लेकिन पेट नहीं भर पाता है तो आपको डायबिटीज हो सकता है.
7. वजन कम होना : शुगर लेवल बढ़ने के चलते अधिक भूख लगती है लेकिन वजन कम ही रहता है.
8. सिरदर्द: शरीर में इंसुलिन की कमी की वजह से शरीर में शुगर की कमी हो जाती है जिसकी वजह से सिरदर्द होता है.
9. घाव ठीक न होना या देर से घाव ठीक होना : कट लगने पर घाव अगर जल्दी ठीक नहीं होता है या फिर ठीक होने में काफी समय लगता है तो यह शुगर का सबसे बड़ा लक्षण है
10. थकावट महसूस होना : सारा दिन थोड़ा सा काम करने पर थकावट महसूस होने लगे, रात को 8 घंटे सोने के बाद भी नींद नहीं पूरी हुई तो डायबीटीज होने की संभावना होती है.