- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राज्य
- /
- हिमाचल प्रदेश
- /
- Solar Eclipse: 25 साल...
Solar Eclipse: 25 साल बाद दिखेगा हिमाचल में अद्भत नजारा, जब दिन में हो जाएगी रात!
आज पड़ने वाले सूर्य ग्रहण का काफी खास महत्व है। जहां एक और 600 साल में पहली बार हो रहा है कि 6 ग्रह एक साथ वक्री हो रहे हैं। राहु और केतु के साथ-साथ चार अन्य ग्रह यानी शनि, ब्रहस्पति, शुक्र और बुध भी वक्री होगे जिसका असर हर राशि के जातकों को पड़ेगा। वहीं दूसरी ओर 25 साल में पहली बार हिमाचल प्रदेश में ऐसा होगा जब दिन में करीब 12 बजे पूरी तरह से अंधेरा छा जाएगा।
आपको बता दें कि सूर्य ग्रहण का स्पर्श काल सुबह 9 बजकर 16 मिनट पर होगा, कंकणाकृति ग्रहण 10 बजकर 19 मिनट पर शुरू होगा। इस ग्रहण का मध्य काल दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर होगा। कंकणाकृति ग्रहण दोपहर 2 बजकर 2 मिनट पर समाप्त हो जाएगा।
हिमाचल प्रदेश साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग इस ग्रहण को देखने के लिए विशेष व्यवस्था की है। इसके साथ ही हर किसी से यह अपील की है कि इस ग्रहण को नग्न आंखों से देखने से बचें। इससे आंखों की रोशनी पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
ग्रहण देखने की गई है खास व्यवस्था
सूर्य ग्रहण को देखने के लिए हिमाचल प्रदेश के रिज मैदान में विशेष व्यवस्था की गई है। यहां के पदम देव कंपलेक्स में विशेष सोलर फिल्टर्स की मदद से यह सूर्य ग्रहण दिखाया जाएगा। साल 1828 में भारत के आंध्र प्रदेश में सूर्य ग्रहण देखा गया। जिसमें उन्होंने सोलर न्यूक्लियर फ्यूजन देखा गया था। इसमें सूरज में हीलियम और हाइड्रोजन गैस कैसे जलती हैं। इसके बाद 1919 में हुए सूर्य ग्रहण के समय देखा गया था की सूर्य के पीछे एक तारा छिपा है।
भारत में दिखेगा 99 प्रतिशत तक ग्रहण
एक मीडिया हाउस से बात करते हुए विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण विभाग के संयुक्त सदस्य सचिव निशांत ठाकुर ने बताया कि 21 जून को होने वाला सूर्य ग्रहण भी काफी ऐतिहासिक रहने वाला है। हिमाचल प्रदेश में यह ग्रहण 95 प्रतिशत रहेगा। वहीं भारत के अन्य हिस्सों में करीब 99 प्रतिशत देखा जाएगा। आज के बाद ऐसा ग्रहण 2031 में देखा जा सकता है।